वार्ताकार कामयाब हुए लेकिन फिर वहीं के वहीं
वार्ताकार संजय हेगड़े व साधना रामचंद्रन लगातार चौथे दिन शाहीन बाग पहुंचे और प्रदर्शनकारियों से बातचीत की। वार्ताकारों की कोशिश तब रंग लाई जब प्रदर्शनकारी रास्ता खोलने को तैयार हो गए। रास्ता खोलकर फिर से बंद हो जाने के कारण मामला वहीं का वहीं रह गया।
प्रदर्शनकारियों ने आगे की मांग रखते हुए कहा, राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर (एनपीआर) को लागू नहीं किया जाए। केंद्रीय मंत्रियों के विवादित बयानों पर कार्रवाई होनी चाहिए। आंदोलन में मारे गए लोगों के परिजनों को मुआवजा राशि दी जानी चाहिए व प्रदर्शन के दौरान घायल हुए लोगों के इलाज का खर्च सरकार वहन करे। हमें दिल्ली पुलिस पर भरोसा नहीं है, सुप्रीम कोर्ट हमारी सुरक्षा को लेकर आश्वासन दे।
वार्ताकार साधना ने प्रदर्शन स्थल से निकलते समय पत्रकारों से कहा, यहां आने को लेकर मैं वकील संजय हेगड़े से बात करुंगी। जाहिर है 70 दिनों से सीएए और एनआरसी को लेकर विरोध प्रदर्शन चल रहा है और जिसकी वजह से जिस रास्ते पर प्रदर्शन हो रहा है उससे आस पास के लोगों को दिक्कत हो रही है।
वार्ताकार संजय हेगड़े व साधना रामचंद्रन लगातार चौथे दिन शाहीन बाग पहुंचे और प्रदर्शनकारियों से बातचीत की। वार्ताकारों की कोशिश तब रंग लाई जब प्रदर्शनकारी रास्ता खोलने को तैयार हो गए। रास्ता खोलकर फिर से बंद हो जाने के कारण मामला वहीं का वहीं रह गया।
प्रदर्शनकारियों ने आगे की मांग रखते हुए कहा, राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर (एनपीआर) को लागू नहीं किया जाए। केंद्रीय मंत्रियों के विवादित बयानों पर कार्रवाई होनी चाहिए। आंदोलन में मारे गए लोगों के परिजनों को मुआवजा राशि दी जानी चाहिए व प्रदर्शन के दौरान घायल हुए लोगों के इलाज का खर्च सरकार वहन करे। हमें दिल्ली पुलिस पर भरोसा नहीं है, सुप्रीम कोर्ट हमारी सुरक्षा को लेकर आश्वासन दे।
वार्ताकार साधना ने प्रदर्शन स्थल से निकलते समय पत्रकारों से कहा, यहां आने को लेकर मैं वकील संजय हेगड़े से बात करुंगी। जाहिर है 70 दिनों से सीएए और एनआरसी को लेकर विरोध प्रदर्शन चल रहा है और जिसकी वजह से जिस रास्ते पर प्रदर्शन हो रहा है उससे आस पास के लोगों को दिक्कत हो रही है।