पेशे से मैकेनिक 20 वर्षीय घनश्याम देवली में 27 जून को दुर्घटनाग्रस्त हो गए थे। घायल घनश्याम को कोटा के एक निजी अस्पताल में भर्ती करवाया गया था। जहां से उन्हें 3 जुलाई को जयपुर के महात्मा गांधी अस्पताल में लाया गया। यहां 4 जुलाई को ब्रेन डेड कमेटी ने घनश्याम को ब्रेन डेड घोषित कर दिया। इसके बाद काउंसलिंग टीम ने परिजनों की कैडेबर अंगदान के लिए समझाइश की। परिजनो ने अंगदान की सहमति दे दी।
घनश्याम की एक किडनी महात्मा गांधी अस्प्ताल में 45 वर्षीय महिला को, दूसरी किडनी सवाई मानसिंह अस्पताल में 45 वर्षीय पुरुष को और लिवर महात्मा गांधी अस्पताल में 58 वर्षीय पुरुष को लगाया गया है। स्टेट आर्गन एंड टिश्यू ट्रांसप्लांट आर्गनाइजेशन के आईईसी मीडिया कंसल्टेंट डॉ मनीष शर्मा ने बताया कि यह जयपुर का 31वां अंगदान है। जिससे तीन मरीजों का जीवन बचाया जा सका।