यह भवन अब सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल व अंगदान संस्थान के रूप में होगा। हालांकि इसकी घोषणा अंगदान संस्थान के रूप में की गई थी। लेकिन यहां अंगदान की कुछ प्रक्रियाओं के साथ एक संपूर्ण अस्पताल की तरह की सुविधाएं होंगी। दस मंजिल का बनने वाला यह भवन प्रदेश का पहला सरकारी अस्पताल होगा, जो इतनी मंजिलों का होगा। गौरतलब है कि संस्थान के लिए करीब 200 करोड रूपए की राशि ाखर्च की जाएगी। शुरूआत में इस भवन में नेफ्रोलोजी, यूरोलोजी और गेस्ट्रोएंट्रोलोजी से जुड़े विभाग शुरू होने की संभावना है।
सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल के रूप में होगा अंगदान संस्थान
अंगदान संस्थान अब सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल के रूप में होगा। हालांकि इसकी घोषणा अंगदान संस्थान के रूप में की गई थी। लेकिन यहां अंगदान की कुछ प्रक्रियाओं के साथ एक संपूर्ण अस्पताल की तरह की सुविधाएं होंगी। दस मंजिल का बनने वाला यह भवन प्रदेश का पहला सरकारी अस्पताल होगा, जो इतनी मंजिलों का होगा।
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केन्द्रीय स्वास्थ्य ंमंत्रालय ने 3 सितंबर के लिए इसकी आधारशिला का का प्रस्ताव पहले मांगा था। लेकिन अब केन्द्र से पत्र प्राप्त हुआ है, जिसमे इसे स्थगित किया गया है। डॉ यू एस अग्रवाल, प्राचार्य एवं नियंत्रक, एसएमएस मेडिकल कॉलेज