मसाला चौक को लेकर रहा है विवाद
दरअसल जेडीए ने जब से रामनिवास बाग में मसाला चौक बनाया है तभी से इसे लेकर विवाद चल रहा है। हाईकोर्ट में मामला चल रहा है। मसाला चौक के खिलाफ रिट दायर करने वाले वकीलों का कहना है कि एसएमएस अस्पताल पास है, पार्किंग की समस्या रहती है और भी अन्य कई तरह के विवाद है लेकिन उसके बाद भी जेडीए इसे बढ़ाऐ जा रही है। जबकि इसे जल्द से जल्द बन किया जाना चाहिए। कोर्ट में होने वाली तारीखों में जेडीए के अफसर पेश हो रहे हैं जबकि पूरे बाग का मालिकाना हक पीड्ब्ल्यू डी के पास है। संभवत: यही कारण है कि पूरे बाग के कुछ हिस्से को छोड़कर पूरा मालिकाना हक अब जेडीए के हाथ मे देने की तैयारी चल रही है। हांलाकि इसे लेकर बैठकों का दौर जारी है। मुख्य सचिव के साथ दोनो ही विभागों के अफसरों की बैठक हो चुकी है।
कोर्ट की अवमानना
रामनिवास बाग के मालिकाना हक को लेकर राज्य सरकार ने हाईकोर्ट में एक शपथ पत्र दिया था जिसमें कहा था कि बाग का मालिकाना हक पीडब्लूडी का ही रहेगा और जेडीए मेंटिनेंस करेगा। ऐसे में रामनिवास बाग का मालिकाना हक बदले जाने पर कोर्ट की अवमानना का मामला बन सकता है।
रामनिवास बाग के मालिकाना हक को लेकर राज्य सरकार ने हाईकोर्ट में एक शपथ पत्र दिया था जिसमें कहा था कि बाग का मालिकाना हक पीडब्लूडी का ही रहेगा और जेडीए मेंटिनेंस करेगा। ऐसे में रामनिवास बाग का मालिकाना हक बदले जाने पर कोर्ट की अवमानना का मामला बन सकता है।