यहां से सीधे पाइप लाइन के जरिए वार्डों में सप्लाई की जाएगी। एक बार टैंक भरने पर अस्पताल में 24 घंटे की ऑक्सीजन की पूर्ति होगी। इससे अस्पताल प्रशासन को ऑक्सीजन के सिलेंडरों की गाडिय़ों का इंतजार नहीं करना पड़ेगा। अभी 1700 सिलेंडर वाहनों से अस्पताल पहुंचाए जा रहे हैं। ऐसे में देरी होने से सप्लाई प्रभावित होने की आशंका बनी रहती है।
टैंक शुरू होने के बाद एक साथ तरल ऑक्सीजन भरी जा सकेगी। शुक्रवार को इंजीनियर काम शुरू करेंगे। एसएमएस अस्पताल में अभी कोविड मरीजों को इंमरजेंसी में रखने के बाद ऑक्सीजन बेड मिलने में दिक्कत हो रही है। एक घंटे तक इंतजार करना पड़ रहा है। अस्तपाल में 1500 ऑक्सीजन पॉइन्ट हैं।
एक और टैंक की मांग अस्पताल के लिए एक और लिक्विड टैंक की मांग की जा रही हैं। इसके लिए चिकित्सा विभाग को लिखा गया है। अगर दूसरा टैंक भी मिलता है तो एक साथ 3500 सिलेंडरों की ऑक्सीजन मिल सकेगी। अभी अस्पताल में 1700 सिलेंडर की आपूर्ति हो रही है। मरीजों की संख्या को देखते हुए अस्पताल में तीन हजार सिलेंडर की आवश्यकता है। एसएमस में अभी कोविड मरीजों की संख्या एक हजार पहुंच गई है।