एसीबी के अनुसार गुरुवार रात को विशिष्ठ न्यायालय (प्रिटिंग स्टेशनरी गबन प्रकरण) के न्यायाधीश के पीए के पद पर पदस्थापित अर्जुनलाल जाट को 80 हजार रुपए की रिश्वत लेते गिरफ्तार किया। ब्यूरो ने रिश्वत देने वाले प्रदीप शर्मा को भी गिरफ्तार किया है। जबकि मामले में प्रदीप के जीजा का जीजा (दलाल) एडवोकेट विजय शर्मा घटना के बाद से फरार है। एसीबी उसको भी तलाश रही है। विजय शर्मा के कहने पर ही प्रदीप रिश्वत की यह राशि अर्जुनलाल जाट को देने पहुंचा था।
एसीबी टीम ने जब अर्जुनलाल को विश्वकर्मा रोड़ नंबर 14 पर पकड़ा तो उस समय उसके साथ दिल्ली के वास्तुशास्त्री राजेन्द्र बजाज भी थे। मामले में वास्तुशास्त्री राजेन्द्र बजाज की भूमिका नहीं होने पर उन्हें जाने दिया गया।