नाहरगढ़ की पहाड़ी पर चेतन की मौत का रहस्य बेहद गहरा है। एक तरफ पुलिस इसे प्रथम दृष्टया आत्महत्या का मामला मान रही है, तो परिजनों का आरोप है कि चेतन की हत्या की गई है।
नाहरगढ़ में लटके मिले चेतन के शव की गुत्थी सुलझाने में पुलिस के पसीने छूटे...
चेतन की जेब में मिले मोबाइल में उसी स्थान से खींची गई कई सेल्फी मिली है।
चेतन ने गुरुवार शाम पांच बजे पत्नी को फोन पर कहा था कि वह रात 9 बजे घर लौटेगा। उसने साथ खाना खाने की बात कही थी।
जब चेतन रात दस बजे तक नहीं लौटा तो पत्नी ने देर रात साढ़े तीन बजे तक 97 बार उसके मोबाइल पर फोन किया। फिर मोबाइल बंद हो गया। पुलिस को चेतन के मोबाइल पर पत्नी के मिस कॉल मिले हैं।
घटनास्थल पर दीवारों पर लिखने के लिए पहले लकड़ी जलाकर कोयला बनाया और फिर पत्थरों पर फिल्म पद्मावती का विरोध करने वालों के लिए टिप्पणियां लिखी।
चेतन पांच भाई-बहनों में सबसे बड़ा था। उसकी 2003 में शादी हुई थी। उसके 13 साल की बेटी और 10 साल का बेटा है।
चेतन के कपड़ों की तलाशी लेने पर 200 रुपए, खुद का विजिटिंग कार्ड और 20 नवम्बर को खाटूश्यामजी से लौटने की ट्रेन की टिकट भी मिला।
मोबाइल की लोकेशन के आधार पर पुलिस का कहना है कि शाम साढ़े पांच बजे से चेतन नाहरगढ़ पर था। उसने पांच बार अपने मोबाइल से सेल्फी भी ली थी।
फिलहाल पुलिस यह कहने की स्थिति में नहीं है कि टिप्पणियां किसने लिखीं।