दरअसल 2011 में पाकिस्तान से आए किरण शर्मा और लक्ष्मीकांत शर्मा कई सालों से भारत में रह रहे हैं। उनका कहना है कि पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों का रहना मुश्किल होता जा रहा है। पाकिस्तान में हिंदू, ईसाई और सिख और सिंधी धर्म के मानने वाले अल्पसंख्यकों में गिने जाते हैं।
खैर किरण और उनके पति लक्ष्मीकांत अब भारत में ही रह रहे हैं। इस बार दिवाली से पहले उनकी सालों की मुराद पूरी हुई है। वे भारतीय नागरिक बन गए हैं। जयपुर जिला कलेक्टर ने दोनों को एक सादे समारोह में भारतीय नागरिकता सौंपी।
इस बात से दोनों बहुत ही उत्साहित हैं। दोनों का कहना है कि हमारा बेटा पैदाइश से भारतीय है और हम आज भारत के नागरिक बने हैं। हम दोनों कराची से साल 2011 में जयपुर आए थे। अब पाकिस्तान हिंदुओं के लिए सुरक्षित नहीं है। इसी कारण हम भारत आए थे। यहां आने के बाद केवल एक बार 2013 में पाकिस्तान गए थे। अब हमारा पूरा परिवार भारत में ही रह रहा है। ज्यादातर को भारत की नागरिकता भी मिल चुकी है। हमने 2017 व 2018 में नागरिकता के लिए आवेदन किया था। इस साल हमें यह दिवाली का गिफ्ट मिला है।