दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल की पड़ताल में पाक आतंकी मोहम्मद अशरफ उर्फ अली ने करीब 14 साल पहले अजमेर भी आना कबूला है। वह डेढ़ साल तक सपत्नीक अजमेर में रहकर झाड़-फूंक करते रहने के बाद वापस बिहार लौट गया। सूत्रों के मुताबिक उसने देहलीगेट इलाके में धर्मगुरू के जरिए वृद्धा के साथ में धार्मिक स्थल को ठिकाना बना रखा था।
हरकत में आई जांच एजेंसियां प्रारंभिक सूचना के बाद जिला पुलिस, इंटेलीजेंस ब्यूरो व सीआईडी के अधिकारियों में हलचल तेज हो गई। खुफिया एजेंसियों ने अपने स्तर पर भी पड़ताल शुरू कर दी है। फिलहाल दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल की ओर से जिला पुलिस को कोई अधिकारिक सूचना नहीं मिली है।
यह है बिहार कनेक्शन
जानकारी के अनुसार अजमेर के देहली गेट क्षेत्र में स्थित धार्मिक स्थल में मौजूद धर्मगुरू व वृद्धा के बिहार से होने की सूचना है। पुलिस व खुफिया एजेंसी इसकी पड़ताल में जुटी है। गौरतलब है कि मोहम्मद अशरफ की पत्नी भी बिहार से ताल्लुक रखती है। पुलिस पड़ताल में आए तथ्यों को खंगालने में जुटी है।
सिलिगुड़ी के रास्ते हुआ दाखिल प्रारंभिक पड़ताल में मोहम्मद अशरफ का भारत में असम के सिलिगुड़ी के रास्ते दाखिल होना पता चला है। जहां से वह बिहार पहुंचा। भारत आने के बाद उसने फर्जी दस्तावेजों से अपना पासपोर्ट बनवा बिहार में ही निकाह कर लिया।