मिली जानकारी के मुताबिक तीसरे चरण की 49 पंचायत समितियों की 1700 ग्राम पंचायतों के 17516 वार्डों में मतदान होगा। इन 49 पंचायत समिति क्षेत्र में कुल 60 लाख 23 हजार 485 मतदाता अपने मताधिकार का इस्तेमाल कर सकेंगे। इनमें से 31 लाख 33 हजार 97 पुरुष और 28 लाख 90 हजार 362 महिलाएं हैं जबकि 26 अन्य मतदाता शामिल हैं। सरपंच पदों के लिए मतगणना बुधवार को ही करवाई जाएगी। उप सरपंच के लिए चुनाव 30 जनवरी को करवाया जाएगा। गौरतलब है कि तृतीय चरण के 24 जिलों में 17 सरपंच निर्विरोध चुन लिए गए हैं।
निर्भय होकर करें मतदान
राज्य निर्वाचन आयोग के आयुक्त पीएस मेहरा ने मतदाताओं से निर्भय होकर बिना किसी डर और दबाव के मतदान करने की अपील की है। उन्होंने कहा कि मतदाता मतदान के लिए मतदान समाप्ति के अंतिम क्षण का इंतजार ना करें और समय रहते ही मतदान करें। मतदाताओं से मतदान, मतगणना के दौरान एवं चुनाव परिणाम घोषित होने के बाद शांति बनाए रखने के साथ ही और कानून व्यवस्था बनाए रखने में जिला प्रशासन की मदद करने की भी अपील भी की गई है।
सरपंच के लिए इतने उम्मीदवार
सरपंच के लिए 10 हजार 865 तो पंच के लिए 28 हजार से ज्यादा उम्मीदवार मैदान में हैं। राज्य निवार्चन आयुक्त पीएस मेहरा ने बताया कि तीसरे चरण में 49 पंचायत समितियों की 1700 ग्राम पंचायतों में सरपंच पदों के लिए 17 हजार 620 उम्मीदवारों ने 17 हजार 713 नामांकन पत्र दाखिल किए हैं। संवीक्षा के बाद इनमें से 16 हजार 910 नामांकन वैद्य पाए गए हैं। नाम वापसी की तिथि तक 6 हजार 28 उम्मीदवारों ने अपने नाम वापस ले लिए। प्रदेश के 24 जिलों में 17 सरपंच निर्विरोध चुन लिए गए हैं। इस तरह तृतीय चरण में सरपंच पद के लिए कुल 10 हजार 865 उम्मीदवार अपनी किस्मत आजमाएंगे।
पंच के लिए इतने प्रत्याशी
इसी तरह पंच पद के लिए प्रदेश के 24 जिलों के 1700 ग्राम पंचायतों के 17 हजार 516 वार्डों में 45 हजार 754 उम्मीदवारों ने 45 हजार 770 नामांकन पत्र दाखिल किए। संवीक्षा के बाद 44 हजार 620 उम्मीदवारों के नामांकन वैद्य पाए गए। इनमें से 9 हजार 444 उम्मीदवारों ने नाम वापसी के दिन अपने नाम वापस ले लिए। तीसरे चरण में प्रदेश भर में 6 हजार 953 पंच निर्विरोध चुन लिए गए हैं। वर्तमान में 28 हजार 223 उम्मीदवार पंच पद के लिए मैदान में रहेंगे। पंच के 31 वार्डों के लिए या तो आवेदन नहीं मिले या मिले तो वैद्य नहीं पाए गए।
8.5 हजार से ज्यादा ईवीएम मशीनों से होंगे चुनाव
तीसरे चरण के चुनाव में 8 हजार 500 से ज्यादा ईवीएम मशीनों के द्वारा चुनाव करवाए जाएंगे। सभी संस्थाओं के चुनाव में लगभग 30 प्रतिशत मशीनें रिजर्व में रखी गई हैं। उन्होंने बताया कि चुनाव के दौरान मशीनों में किसी भी तरह की परेशानी आने पर प्रत्येक जिले में भारत इलेक्ट्रोनिक्स लिमिटेड और इलेक्ट्रोनिक्स काॅरपोरेशन आफ इंडिया लिमिटेड के इंजीनियर्स हर समय उपलब्ध रहेंगे। आयुक्त कार्यालय में भी इंजीनियर तकनीकी मदद के लिए सजग रहेंगे। मशीनों की देखरेख के लिए इंजीनियर्स 10 जनवरी से ही जिलों में पहुंच गए हैं।