पहला चरण में 3847 पंचायतों में चुनाव होंगे। मतदान 17 जनवरी को सुबह 8 बजे शाम 5 बजे तक होगा। मतदान के तुरंत बाद मतगणना और परिणाम घोषित किया जाएगा। दूसरे चरण में 3,237 ग्राम पंचायतों तथा इनके 31,376 वार्ड पंचों का चुनाव होगा। तीसरे चरण में 2,243 ग्राम पंचायतों तथा इनके 22,977 वार्ड पंचों का चुनाव होगा।
इसके अलावा चौथे चरण के लिए 1954 पंचायतों में चुनाव होंगे। राज्य निर्वाचन आयोग के अनुसार प्रथम चरण के मतदान के लिए 16 जनवरी को मतदान दल रवाना होंगे। 17 जनवरी को मतदान होगा। उसके बाद 18 जनवरी को उप सरपंचों का चुनाव होगा, इसके साथ ही पंचायत चुनाव का प्रथम चरण पूरा हो जाएगा। उसके बाद 22 जनवरी को पंचायत चुनाव के दूसरे चरण के लिए मतदान होगा।
पहली बार चार चरणों में हो रहे हैं पंचायत चुनाव
बता दें कि प्रदेश में पहली बार चार चरणों में पंचायत चुनाव कराए जा रहे हैं।पहले चरण के लिए 17 जनवरी तो दूसरे चरण के लिए 22 जनवरी, तीसरे चरण के लिए 29 जनवरी और चौथे चरण के लिए 1 फरवरी को मतदान होगा। पंचायत समितियों और जिला परिषद सदस्यों के चुनाव ग्राम पंचायत चुनाव के बाद में कराए जाएंगे।
सरपंच पद के लिए बढ़ाई खर्च सीमा
राज्य निर्वाचन आयोग के अनुसार जनप्रतिनिधियों की मांग को देखते हुए इस बार चुनाव में खर्च सीमा बढ़ा दी गई है। सरपंच पद के प्रत्याशी के लिए यह अधिकतम 50 हजार रुपए होगी। वहीं जिला परिषद सदस्य के लिए डेढ़ लाख रुपए और पंचायत समिति सदस्य के लिए 75 हजार खर्च सीमा तय की गई है।सरंपचों के चुनाव ईवीएम मशीन से कराए जाएंगे।वहीं पंचों के चुनाव बैलेट पेपर से होंगे।