scriptजयपुर समेत 12 जिलों में नहीं होंगे पंचायत चुनाव | Panchayat elections will not be held in 12 districts including Jaipur | Patrika News

जयपुर समेत 12 जिलों में नहीं होंगे पंचायत चुनाव

locationजयपुरPublished: Oct 25, 2020 12:43:30 am

Submitted by:

sanjay kaushik

राजस्थान ( Rajasthan ) में राज्य निर्वाचन आयोग ( Election Commission ) ने राज्य के 21 जिलों में जिला परिषद एवं पंचायत समिति सदस्यों के चार चरणों में कराने के लिए कार्यक्रम घोषित ( Election Programme Announced ) कर दिया है। हालांकि 12 जिलों ( 12 Districts ) में ये चुनाव नहीं ( No Elections ) होंगे। ( Jaipur News )

जयपुर समेत 12 जिलों में नहीं होंगे पचायत चुनाव

जयपुर समेत 12 जिलों में नहीं होंगे पचायत चुनाव

-पंचायत समिति एवं जिला परिषद सदस्यों के चुनाव का कार्यक्रम घोषित

-बाकी 21 जिलों में चार चरणों में चुनाव

जयपुर। राजस्थान ( Rajasthan ) में राज्य निर्वाचन आयोग ( Election Commission ) ने राज्य के 21 जिलों में जिला परिषद एवं पंचायत समिति सदस्यों के चार चरणों में कराने के लिए कार्यक्रम घोषित ( Election Programme Announced ) कर दिया है। हालांकि 12 जिलों ( 12 Districts ) अलवर, भरतपुर, बारां, दौसा, धौलपुर, जयपुर, जोधपुर, करौली, कोटा, श्रीगंगानगर, सवाईमाधोपुर, और सिरोही में ये चुनाव नहीं ( No Elections ) होंगे। ( Jaipur News ) इन जिलों में नवगठित नगर पालिकाओं के वजह से क्षेत्र प्रभावित होने एवं हाईकोर्ट में मामला विचाराधीन होने के कारण यहां चुनाव नहीं कराने का निर्णय लिया गया है।
-ये रहेगा चुनाव कार्यक्रम

चुनाव आयुक्त पी.एस. मेहरा ने शनिवार को चुनाव कार्यक्रम घोषित करते हुए बताया कि प्रथम चरण में 23 नवंबर, द्वितीय चरण में 27 नवंबर, तृतीय चरण में एक दिसंबर और चतुर्थ चरण में पांच दिसंबर को मतदान होगा।मतगणना आठ दिसंबर को होगी। 10 दिसंबर को प्रधान और प्रमुख, 11 दिसंबर को उप प्रधान चुने जाएंगे।
-आदर्श आचरण संहिता लागू

इसके साथ ही संबंधित निर्वाचन क्षेत्रों में आदर्श आचरण संहिता तुरंत प्रभाव से लागू हो गई है। उन्होंने बताया कि अजमेर, चूरू, नागौर, बांसवाडा, डूंगरपुर, पाली, बाड़मेर, हनुमानगढ़, प्रतापगढ़, भीलवाड़ा, जैसलमेर, राजसमंद, बीकानेर, जालोर, सीकर, बूंदी, झालावाड़, टोंक, चित्तौडग़ढ़, झुंझुनूं और उदयपुर जिलों में जिला परिषद और पंचायत समिति सदस्यों के चुनाव विभिन्न चरणों में करवाए जाएंगे। इन 21 जिलों में 2 करोड़ 41 लाख, 87 हजार, 9 सौ 46 मतदाता अपने मताधिकार का इस्तेमाल कर सकेंगे। इनमें 636 जिला परिषद सदस्य, 4371 पंचायत समिति सदस्यों के चुनाव संपन्न होंगे। मेहरा ने बताया कि चारों चरणों के लिए संबंधित जिला निर्वाचन अधिकारी की ओर से चार नवंबर को अधिसूचना जारी कर दी जाएगी। इसी के साथ नामांकन पत्र भरने की प्रक्रिया प्रारंभ हो जाएगी।
-मतगणना आठ दिसंबर को

उन्होंने बताया कि नाम निर्देशन पत्र प्रस्तुत करने की अंतिम तिथि एवं समय नौ नवंबर अपरान्ह तीन बजे तक रहेगी। नाम निर्देशन पत्रों की संवीक्षा 10 नवंबर प्रात: 11 बजे से होगी, जबकि 11 नवंबर दोपहर 3 बजे तक नाम वापस लिए जा सकेंगे। नाम वापसी के साथ ही चुनाव प्रतीकों का आवंटन एवं चुनाव लडऩे वाले अभ्यर्थियों की सूची का प्रकाशन कर दिया जाएगा। प्रथम चरण के लिए 23 नवंबर, द्वितीय चरण के लिए 27 नवंबर, तृतीय चरण के लिए 1 दिसंबर और चतुर्थ चरण के लिए 5 दिसंबर को प्रात: 7.30 बजे से सायं 5 बजे तक मतदान करवाया जाएगा। मतगणना 8 दिसंबर को प्रात: 9 बजे से सभी जिला मुख्यालयों पर होगी। इसी तरह प्रधान या प्रमुख का चुनाव 10 दिसंबर और उप प्रधान या उप प्रमुख 11 दिसंबर को चुनाव होगा। सायं 5 बजे या मतदान की समाप्ति के साथ ही मतगणना प्रारंभ हो जाएगी।

-कोरोना के चलते बूथ पर वोटर्स की संख्या में कमी

मेहरा ने बताया कि कोविड-19 संक्रमण से बचाव के लिए आयोग की ओर से अब प्रत्येक मतदान बूथ पर मतदाताओं की संख्या भी कम करके 900 कर दी गई है। इससे पहले एक मतदान बूथ पर 1100 मतदाताओं की सीमा निर्धारित थी। मतदाताओं की संख्या के अनुसार 21 जिलों में 33 हजार 611 मतदान बूथ स्थापित किए जाएंगे। इसके साथ ही पंचायत और नगर निगम चुनाव की तरह ही यहां भी मतदान के समय में बढ़ोतरी कर मतदान का समय प्रात: 7.30 बजे से सांय 5.00 बजे तय किया गया है, ताकि मतदाता सोशल डिस्टेंङ्क्षसग की पालना करते हुए मतदान कार्य कर सके।
-चुनाव खर्च सीमा

चुनाव आयोग ने जिला परिषद सदस्य के चुनाव लड़ रहे अभ्यर्थियों के लिए एक लाख 50 हजार और पंचायत समिति सदस्य के लिए 75 हजार रुपए खर्च सीमा निर्धारित की है।

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