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वैक्सीनेशन में उत्कृष्ट पंचायतों को विकास कार्यों के लिए मिलेगा अलग से फंड

locationजयपुरPublished: Jun 17, 2021 06:59:10 pm

Submitted by:

rahul

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा है कि राज्य सरकार कोविड वैक्सीनेशन के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाली ग्राम पंचायतों को विकास कार्यों के लिए अलग से फंड उपलब्ध कराएगी।
 

जयपुर। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा है कि राज्य सरकार कोविड वैक्सीनेशन में उत्कृष्ट कार्य करने वाली ग्राम पंचायतों को विकास के लिए अलग से फंड उपलब्ध कराएगी। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि वैक्सीनेशन कार्य में अग्रणी रहने वाली पंचायतों को प्रोत्साहन देने के लिए जल्द ही योजना तैयार की जाए। गहलोत ने कोरोना को लेकर केंद्र के अनाथ बच्चों के लिए घोषित पैकेज को डिफेक्टिव बताया है और कहा कि वे इस बारे में पीएम से बात करेंगे। गहलोत गुरुवार को वीसी के जरिए पंचायत स्तर से लेकर ब्लॉक और जिला लेवल तक वैक्सीनेशन पर आयोजित संवाद में बोल रहे थे। गहलोत ने वैक्सीन को लेकर सुप्रीम कोर्ट जाने का जिक्र करते हुए कहा कि तब फ्री वैक्सीनेशन का फैसला हुआ। राजस्थान सरकार ने कोविड से मरने वालों के लिए पैकेज घोषित किया है, जिसमें अनाथ बच्चे, विधवा को तत्काल एक लाख रुपए और मासिक पैसा देने का प्रावधान किया है। गहलोत ने यह भी दावा किया कि कोरोना की व्यवस्था राजस्थान में एक्सट्रा ऑर्डिनरी रही। राजस्थान में केवल 10 फीसदी लोगों ने ही वैक्सीन लगाने से मना किया। हमारी रोज की कैपेसिटी 15 से 20 लाख वैक्सीन रोज लगाने की है। केंद्र सरकार से जब तक पूरी वैक्सीन डोज नहीं मिलेगी, तब तक इस क्षमता का क्या फायदा है।
गहलोत ने संवाद में तीसरी लहर से बचने के लिए वैक्सीनेशन के साथ मास्क तथा कोरोना प्रोटोकॉल की पालना पर जोर दिया गया और कहा कि इन सावधानियों के प्रति लापरवाही बरतना तीसरी लहर को न्योता देना हैं।गहलोत ने तो अपने चिर परिचित अंदाज में कोरोना को बहुरूपिया बताते हुए कहा कि तीसरी वेव आएगी या नहीं, कह नहीं सकते पर इससे बचने के उपाय तो करने ही है, उसके लिए जनता का भी उतना ही सहयोग चाहिए जितना इस लहर से बचाव के लिए चिकित्सा संसाधनों का जरूरी है।
गहलोत ने कहा कि कोरोना के म्युटेंट बदलते जा रहे हैं। डेल्टा वैरियंट ने दूसरी लहर में मृत्यु दर बढ़ा दी, यह बहुत घातक था। पहली वेव में तो लग रहा था कि भारत और आसपास के देशों में इम्युनिटी ज्यादा थी, इस वजह से असर नहीं हुआ। दूसरी लहर ने हिलाकर रख दिया, ऑक्सीजन के लिए हाहाकार मच गया। कई जगह अस्पतालों में लोग मर गए। दिल्ली में जयपुर गोल्डन अस्पताल में ऑक्सीजन खत्म होने से 26 लोग मर गए, एक बार तो मैं भी जयपुर का नाम सुनकर हिल गया था। कोरोना बहुरूपिया की तरह रूप बदलता है। तीसरी लहर आएगी या नहीं, किसी को नहीं पता। दूसरी लहर भी अचानक आई थी। कह रहे हैं कि तीसरी लहर बच्चों को प्रभावित करेगी।
ऑक्सीजन के लिए भीख का कटोरा लिए दिल्ली में घूमते रहे

मुख्यमंत्री की वीसी यूडीएच मंत्री शांंति धारीवाल भी केन्द्र पर बरसे और आरोप लगाया कि राजस्थान को पर्याप्त ऑक्सीजन नहीं दी गई, जबकि हम भीख का कटोरा लिए दिल्ली में इसके लिए घूमते रहे। कोरोना के राजस्थान प्ररबंधन की सराहना करते हुए धारीवाल ने यूपी सरकार को भी निशाने पर लिया और कहा कि हमारी तैयारी नहीं होती तो नदियों में लाश तैरती मिलती।
विधानसभा स्पीकर सीपी जोशी ने कहा कि 60 साल से ज्यादा उम्र के लोगों का 62 फीसदी वैक्सीनेशन करने से दूसरी वेव में इस एज वालों की मौतें कम हुईं। हमें लक्ष्य बनाकर वैक्सीनेशन करना होगा। उन्होंने कहा कि 70 फीसदी वैक्सीनेशन जल्द से जल्द पूरा करें, तभी हम तीसरी लहर को रोक पाएंगे। स्वास्थ्य मंत्री रघु शर्मा ने कहा कि राजस्थान सरकार वैक्सीनेशन में अव्वल है। हमारी बेवजह खूब आलोचना की गई लेकिन हमने वैक्सीनेशन की रफ्तार नहीं रुकने दी। अभी भी हम एक दिन में 15 लाख वैक्सीनेशन की क्षमता रखते हैं। केंद्र सरकार हमें कम से कम 60 लाख वैक्सीन की डोज तो एडवांस दे। चार दिन का कोटा एडवांस रहेगा, तभी हम बेहतर तरीके से लगातार वैक्सीनेशन कर सकेंगे। केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर कह रहे हैं कि दिसंबर तक सबको वैक्सीनेट कर देंगे, लेकिन रोडमैप अब तक नहीं बताया।
सीएम के कोरोना कोर ग्रुप से जुड़े एक्सपर्ट डॉ. वीरेंद्र सिंह ने कहा कि तीसरी वेव में दो तीन माह का हमें वक्त मिला है। जिस तरह हेलमेंट एक्सीडेंट से नहीं मौत से बचाता है, उसी तरह वैक्सीन कोरोना संक्रमण से नहीं मौत से बचाता है। इस वक्त में हमें ज्यादा से ज्यादा लोगों को वैक्सीन लगा देनी चाहिए।
राजस्थान यूनिवर्सिटी ऑफ हेल्थ सांइसेज के कुलपति डॉ. राजाबाबू पंचार ने कहा कि तीसरी लहर से बचने के अभी से इंतजाम करने होंगे। अगर हम यहां सामाजिक, धार्मिक आयोजन करेंगे और सोशल डिस्टेंसिंग की पालना नहीं करेंगे, मास्क नहीं लगाएंगे तो तीसरी वेव को न्यौता देंगे।
डा सुधीर भंडारी ने कहा अभी खतरा टला नहीं है। हमारे देश में डेल्टा वेरियंट का असर है। अगर आप वैक्सीन लगाए हुए हैं तो डेल्टा वेरियंट के बावजूद खतरा कम हो जाता है। लॉकडाउन हटने के बाद अब भी हमें कोविड प्रोटोकॉल का पालन करना है।
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