134 किमी लंबी है पैंगोंग झील
पूर्वी लद्दाख क्षेत्र में स्थित पैंगोंग झील 134 किमी लंबी है। इस क्षेत्र में पहले भी चीन के सैनिक इस तरह की घटनाओं को अंजाम दे चुके हैं। यह घटना इस झील के उत्तरी किनारे पर हुई। इस झील के एक—तिहाई हिस्से पर चीन का नियंत्रण है।
पेट्रोलिंग के दौरान आमने—सामने जानकारी के अनुसार, क्षेत्र में चीन के सैनिक पेट्रोलिंग कर थे। इसी दौरान उनका भारतीय सैनिकों से आमना—सामना हो गया। चीन की पीपल्स लिब्रेशन आर्मी के सैनिकों क्षेत्र में भारतीय सैनिकों को देख विरोध जताना शुरू किया। इस पर भारतीय सैनिक भी भड़क गए और दोनों देशों के सैनिकों के बीच धक्का—मुक्की शुरू हो गई। तनाव बढ़ता देख मौके पर दोनों देशों ने अपने सैनिकों की संख्या बढ़ा दी। देर तक यह घटनाक्रम चलता रहा। इसके बाद दोनों देशों में ब्रिगेडियर स्तर पर बातचीत कर तनाव कम करने पर सहमति बनी।
पहले भी हो चुकी झड़पें पूर्वी लद्दाख क्षेत्र में पैंगोंग झील के उत्तरी किनारे पर विवादित क्षेत्र में अगस्त 2017 में भी झड़पें हुई थीं। इस हमलें में दोनों देशों के सैनिकों ने लोहे की रॉड और पत्थरों से एक—दूसरे पर हमला किया। इसके बाद डोकलाम में भी करीब ढाई महीने तक भारत व चीन के सैनिकों के बीच तनातनी रही। बाद में चीन के सैनिकों के पीछे हटने पर मामला शांत हुआ।