घटना के बाद मौके पर भारी संख्या में ग्रामीण एकत्रित हो गए। ग्रामीणों ने वन विभाग को सूचना दी। बाद में वन विभाग की टीम घटनास्थल पर पहुंची। करीब डेढ़ घंटे की मशक्कत के बाद पैंथर को पिंजरे में कैद कर लिया गया। वहीं, दोनों घायलों को देलवाड़ा अस्पताल में उपचार जारी है।
बता दे..इससे पूर्व रविवार रात में भी पैंथर ने कालीवास निवासी एकलिंग सिंह चुण्डावत पर हमला कर दिया था। वह सुखेर से मजदूरी कर बाइक पर घर लौट रहा था। तभी कालीवास के तम्बू तलाई पर सामने से आए एक पैंथर ने उस हमला कर दिया। युवक दौड़कर गांव की तरफ पहुंचा, मगर पैंथर पीछे दौड़ता रहा। फिर पैंथर ने एकलिंग सिंह पर हमला कर दिया। मौके पर पहुंचे ग्रामीणों ने पैंथर के चंगुल से मुक्त कराया। गंभीर घायल को देलवाड़ा चिकित्सालय भर्ती कराया गया। जहां से उसे उदयपुर रेफर कर दिया गया।