सूचना पर रोडवेज के मुख्य प्रबंधक सहित अन्य अधिकारी मौके पर पहुंचे और दूसरी बस मंगाकर सवारियों को गंतव्य स्थान तक पहुंचवाया। जानकारी के अनुसार अलवर डिपो की एक बस मंगलवार शाम करीब 4 बजे अलवर से कामां जा रही थी। बस में 40-45 सवारियां थी।
जालूकी चौराहे से पहले गांव बोराका के पास बस के इंजन में अचानक आग लग गई। इससे सवारियों में अफरा-तफरी मच गई। आनन-फानन में चालक ने बस को सड़क किनारे रोका और एक-एक कर सवारियां उतरकर सड़क पर आ गई। बस में आग लगती देख समीप स्थित गांव के लोग मौके पर पहुंचे और बस पर पानी डालकर आग पर काबू पाया।
नहीं होती जांच
रोडवेज बस में लगी आग कई सवाल छोड़ गई हैं। नियम यह है कि रोडवेज की बसों को डिपो में जांच के बाद रवाना किया जाता है। सवाल यह है कि क्या बस को जांच के बाद रवाना किया गया था। यदि जांच की गई तो उसमें कोई गड़बड़ी पकड़ में क्यों नहीं आई?
यदि जांच नहीं की गई तो क्यों?
रमेशचंद शर्मा मुख्य प्रबंधक रोडवेज अलवर ने बताया कि बस में आग के बाद सवारियों को दूसरी बस में बिठाकर गंतव्य के लिए रवाना किया गया। बस को डिपो मंगवाया जा रहा है। आग लगने के कारणों की जांच की जाएगी।