आपको बता दें कि पिछले कई दिनों से क्षेत्र में पेंथर का आतंक था। क्षेत्र के लोगों ने इसकी शिकायत कई बार वन विभग की टीम को भी की थी। आज सुबह करीब 9:30 बजे पेंथर गांव के खेतों में घुस आया और छुप कर बैठ गया। गांव के लोग जब सुबह खेत में काम करने निकले तो पेंथर ने कुछ लोगों पर हमला कर दिया। ऐसे में आमेर तहसील के रूंडला गांव के लोगों में अफरा-तफरी मच गई। पेंथर ने कई लोगों को चोट पहुंचाई।
तीन घायलों को रूंडल प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र से एसएमएस हॉस्पिटल जयपुर के लिए किया रेफर किया गया। एसएमएस के ट्रोमा सेंटर में तीनों मरीजों का उपचार चल रहा है। तीन में से दो घायल दीपक यादव व राजू यादव को पेंथर ने ज्यादा काट खाया। ऐसे में उनकी तबीयत ज्यादा खराब है। दोनों घायलों के शरीर से खून को रोकने में डॉक्टरों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा।
रूंडल गांव में पेंथर आने से गांव में अफरा-तफरी मच गई। गांव के लोग अपने-अपने घरों को बंद करके बैठ गए। बच्चों को भी बाहर नहीं निकलने दिया। उधर पेंथर के आने की सूचना पर वन विभाग के अधिकारी मौके पर पहुंचे। उन्होंने पेंथर की तलाश की। काफी देर की मशक्कत के बाद दोपहर बाद वन विभाग की टीम ने पेंथर को पिंजरे में कैद कर दिया।
वन विभाग की टीम ने जब तक क्षेत्र में पेंथर को नहीं पकड़ा तब तक क्षेत्र में दहसत का माहौल बना रहा। वन विभाग की टीम में शामिल कर्मचारियों का कहना है कि खाने की तलाश में पेंथर गांवों में घुस आता है। अगर वह कुछ दिन तक दिखाई नहीं देता तो यही माना जाएगा कि पेंथर अब क्षेत्र से चला गया है। उधर क्षेत्र के लोगों का कहना है कि पिछले महीने में यहां पर पेंथर कई बार दिखाई दिया। इस संबंध में समय -समय पर वन विभाग की टीम को सूचित भी किया जाता रहा है।