रणथम्भौर से आई रेस्क्यू टीम के सदस्य राजवीर, सीपी मीणा, वन मंडल लाडपुरा रेंज के रामस्वरूप, धर्मेंद्र चौधरी, वीरेंद्र हाड़ा, रमेशचंद मीणा, हरिमोहन, राधेश्याम ने मिलकर नांता महल से पैंथर का रेस्क्यू किया। इससे पहले दिनभर रणथंभौर से आई दो सदस्यीय फ्लाइंग रेपिड रेस्पांस टीम ने मंडल वन और वन्यजीव विभाग, मुकुंदरा टाइगर रिजर्व के अधिकारियों के साथ चर्चा कर पैंथर को रेस्क्यू करने की नई व्यूह रचना तैयार की। पैंथर को ललचाने के लिए शिकार को भी बदला गया। वन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि महल पर कब्जा करने वाला पैंथर बेहद चालक था।