पिछले साल सितम्बर माह में बदमाशों ने अलवर के बहरोड ( alwar )थाने पर धावा बोलकर अंधाधुंध फायरिंग की और लॉक अप में बंद हार्डकोर अपराधी पपला को छुड़ाकर ले गए थे। बदमाशों ने थाने में घुसकर कई राउंड फायरिंग की, लेकिन थाने में मौजूद पुलिसकर्मी बदमाशों पर जवाबी हमला करने में नाकाम रहे। इस घटना के बाद विभिन्न थानों से यह बात निकल कर आई कि थानों में तैनात अधिकांश पुलिसकर्मियों को आधुनिक हथियार चलाना ही नहीं आता है। ( rajasthan police )
इस बात के सामने आने के बाद पुलिस मुख्यालय स्तर आलाधिकारियों ने एक बैठक का आयोजन कर चर्चा की। चर्चा के बाद फैसला लिया गया कि हाल ही में ट्रेनिंग लेकर थानों में डयूटी ज्वाइन करने वाले पुलिसकर्मियों को छोड़कर अन्य जवानों को हथियार चलाने की ट्रेनिंग की जाएंगी। पुराने पुलिसकर्मियों को एसएलआर, ( SLR lifles )इंसास , मोर्टर, रिवाल्वर, ग्लॉक पिस्टल, अग्निवर्षा, टीयर गैस, अन्य हथियार चलाने की ट्रेनिंग दीे जाएगी। पुराने पुलिसकर्मियों को थ्री नॉट थ्री सहित कुछ ही हथियार चलाने की ट्रेनिंग मिली हुई है। थ्री नॉट थ्री व अन्य पुराने हथियार अब थानों से हटा कर सभी पुलिसकर्मियों को नए आधुनिक हथियार दे दिए गए, लेकिन इन पुलिसकर्मियों को नए हथियार चलाने की ज्यादा ट्रेनिंग नहीं दी गई। अब आने वाले समय में पुलिसकर्मियों को पाबंद किया जाएगा कि वे लगातार हथियार चलाने का अभ्यास करते रहे ।
डीजी (कानून-व्यवस्था) एमएल लाठर ने बताया कि प्रदेश के सभी रेंज आईजी व जिला अधीक्षकों को निर्देश जारी कर सभी पुलिसकर्मियों को आधुनिक हथियारों की ट्रेनिंग दिलवाने को कहा गया है। इसकों लेकर सभी रेंज व जिला स्तर पर तैयारियां शुरू कर दी गई है। यह ट्रेनिंग विशेष तौर पर पुराने पुलिसकर्मियों को दी जाएगी।