गौरतलब है कि एसओजी ने पपला मामले में थाने पर फायरिंग करने और पपला को हरियाणा सीमा तक पहुंचाने के मामले में अब तक 21 लोगों को गिरफ्तार किया है। इनमें 10 बदमाशों पर 50-50 हजार रुपए का ईनाम घोषित है। जबकि कुख्यात पपला पर एकल लाख रुपए का ईनाम घोषित किया हुआ है। अभी पपला सहित पांच आरोपियों की और तलाश है। मोस्ट वांटेड अपराधी विक्रम उर्फ पपला गुर्जर के पास एके-47 जैसे आधुनिक हथियार कहां आए? बहरोड़ थाने में फायरिंग के कई दिन बाद भी एसओजी ये पता नहीं लगा सकी है।
एसओजी अब तक गिरोह के 21 बदमाशों को गिरफ्तार कर चुकी है, लेकिन मात्र एक ही हथियार बरामद कर पाई है। गुर्गे छह सितम्बर को बहरोड़ थाने में एके-47, कार्बाइन जैसे आधुनिक हथियारों से गोलियां बरसाकर गिरोह के सरगना पपला को लॉकअप से छुड़ा ले गए थे। गिरोह के बदमाश रेवाड़ी निवासी राहुल गुर्जर से एसओजी ने एक पिस्टल और 10 कारतूस बरामद किए हैं। इसके अलावा अन्य किसी भी बदमाश से हथियार बरामद नहीं हुए हैं।
पूछताछ में गुर्गों ने बताया कि उन्हें पता नहीं कि पपला एके-47, कार्बाइन और पिस्टल कहां से लाता है। हथियारों के नेटवर्क के बारे में पपला ही जानता है। एसओजी सूत्रों के अनुसार बहरोड़ थाने से खुद को छुड़ाने के लिए पपला ने ही साथी बदमाशों को हथियार और कारतूस उपलब्ध करवाए थे। उसे छुड़ाने के बाद पपला सभी साथी बदमाशों से मिला और उनसे हथियार वापस ले लिए थे। पपला सिर्फ अपने साथी राहुल गुर्जर से नहीं मिल पाया, जिसके कारण राहुल के पास एक पिस्टल और 10 कारतूस रह गए थे। जिन्हें एसओजी ने बरामद कर लिया है।