कार्यक्रम संयोजक अभिषेक जैन बिट्टू और अरविंद अग्रवाल ने बताया कि भारतवर्षीय अभिभावक संघ ने सोमवार को सुबह 9 बजे से 10 बजे तक स्कूलों की मनमर्जी और कोरोना काल की स्कूल फीस माफ करने को लेकर विरोध प्रदर्शन करने का आह्वान किया था, जिसमें राजधानी जयपुर सहित 6 जिलों के पीड़ित अभिभावक शामिल हुए ओर मौन विरोध—प्रदर्शन किया। प्रदर्शन के दौरान अभिभावक अभिभावकों ने ‘नो स्कूल नो फीस नो ऑनलाइन क्लास’, ‘जब तक है कोरोना महामारी, तब तक मजबूरी समझे हमारी’, ‘जब तक स्कूल नहीं, तब तक फीस नहीं’, कोरोना महामारी की है मार, अभिभावकों का अब तो ध्यान रखें स्कूल और सरकार’ जैसे स्लोगनों को हाथों में लहराकर विरोध प्रदर्शन किया।
सहसंयोजक संजय गोयल ने आरोप लगाया कि अभिभावक लगातार अपनी मजबूरी सरकार और निजी स्कूल प्रशासन को बता रही है। इसके बावजूद ना सरकार सुनने को तैयार है ना प्रशासन सुनने को तैयार है। इसके उलट स्कूल प्रशासन लगातार अभिभावकों को धमकियां देकर डरा-धमका रहे हैं कि स्कूल फीस जमा नही करवाई गई तो बच्चों को ऑनलाइन क्लास ज्वॉइन नहीं करने दिया जाएगा। इस बीच अभिभावकों और विभिन्न संगठनों ने दो महीने के दौरान मुख्यमंत्री, शिक्षा मंत्री सहित प्रदेशभर के विभिन्न विधायको और सांसदों को ज्ञापन देकर अपनी पीड़ा बताई, लेकिन हर जगह केवल आश्वासन ही मिला, न्याय अभी तक नहीं मिला।
संयोजक अभिषेक जैन बिट्टू व संघ सदस्य मनीष विजयवर्गीय ने कहा कि अखिल भारतीय अभिभावक संघ राज्य सरकार से अपील करती है कि वह अभिभावकों के सम्मान की रक्षा के लिए आगे आए अन्यथा अभिभावकों को जनांदोलन और आमरण अनशन का सहारा लेना पड़ेगा।