बैठक में प्रताप सिंह ने कहा कि जयपुर एयरपोर्ट पर आने वाले यात्रियों को पार्किंग समय को लेकर किसी तरह की परेशानी नहीं होने दी जाएगी और न ही बेवजह किसी का चालान काटा जाएगा। मुख्य पोर्च में यात्रियों को चढ़ने-उतरने के लिए व्यवस्था बनाए रखते हुए पर्याप्त समय दिया जाएगा और बुजुर्ग, बीमार, महिलाओं, बच्चों के मामले में मानवीय पहलू का भी पूरा-पूरा ध्यान रखा जाएगा।
खाचरियावास ने मीडिया से बातचीत में कहा कि एयरपार्ट पर वाहन के रुकने की टाइमिंग के रूल्स-रेग्यूलेशन अपनी जगह लेकिन इसे लेकर पब्लिक को परेशान नहीं होने दिया जाएगा। एयरपोर्ट ने भी नई व्यवस्था सुरक्षा, वाहनों के तेज मूवमेंट और यात्रियों को सुविधा देने के मकसद से प्रारम्भ की है जो अभी भी परीक्षण की अवस्था में है और अभी तक एक भी वाहन का चालान नहीं काटा गया है। क्येांकि चालान काटना या तंग करना एयरपोर्ट प्रशासन का मकसद नहीं है।
परिवहन मंत्री ने बताया कि नियमों में पोर्च में अधिकतम समय 3 मिनट का होने के बावजूद एयरपोर्ट प्रशासन ने परीक्षण काल में इसे 5 मिनट रखा है। इससे अधिक गाड़ी खड़ी रहने पर स्वयं लोगों को असुविधा होगी एवं जाम की स्थिति बन जाएगी।
उन्होंने कहा कि अन्तिम रूप से जो भी व्यवस्था बनेगी उसमें जनभावना और जनसुविधा का ध्यान रखा जाएगा। इस बात में एयरपोर्ट प्रशासन और राज्य सरकार की सोच में कोई अन्तर नहीं है। एयरपोर्ट निदेशक जे एसबलहारा ने कहा कि नई व्यवस्था में आठ मिनट के टाइम की बाध्यता खत्म कर दी गई है।
अब बेरिकेडिंग पर कोई टाइम पर्ची नहीं कटती। पहले आठ मिनट से ज्यादा समय होने पर 85 रुपए लगते थे। उन्होंने कहा कि संवेदनशील क्षेत्र होने के कारण एयरपोर्ट पर सुरक्षा, टे्रफिक संचालन एवं यात्रियों की सुविधा को देखते हुए यह व्यवस्था लागू की गई हैं। बैठक में विधायक बगरू गंगा देवी, जिला कलक्टर जगरूप सिंह यादव भी शामिल थे।