वीवीआईपी कल्चर का यह हाल तो तब है जबकि हाल ही में सुप्रीम कोर्ट ने पीएम नरेंद्र मोदी की व्यस्तता के कारण ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेस-वे को तय समय पर खोलने का निर्देश दिया है। यह एक्सप्रेस वे गाजियाबाद को हरियाणा के पलवल से जोड़ेगा। गांधीनगर रेलवे स्टेशन पर भी कुछ ऐसे ही हालात बने हुए हैं। यहां प्लेटफार्म नंबर एक पर यात्रियों की सुविधा के लिए दो वेटिंग लाउंज बनकर तैयार हैं। एक एसी और दूसरा नॉन एसी वेटिंग लाउंज हैं। करीब 40 लाख रुपए की लागत से इन्हें बनवाया गया है। कई दिन से बनकर तैयार होने के बावजूद इन पर लॉक लगे हुए हैं। रेलवे इनका उद्घाटन करवाने के लिए इंतजार कर रहा है।
लाउंज में 250 यात्रियों की क्षमता
स्टेशन पर बनाए गए एसी वेटिंग लाउंज में 100 यात्रियों जबकि नॉन एसी में 150 यात्रियों के लिए एक साथ बैठने की अच्छी व्यवस्था है ताकि वे आसानी से ट्रेन का इंतजार कर सकें और उन्हें किसी तरह की परेशानी का सामना नहीं करना पड़े। लेकिन स्टेशन पर इनके उद्घाटन का इंतजार किया जा रहा है।
स्टेशन पर बनाए गए एसी वेटिंग लाउंज में 100 यात्रियों जबकि नॉन एसी में 150 यात्रियों के लिए एक साथ बैठने की अच्छी व्यवस्था है ताकि वे आसानी से ट्रेन का इंतजार कर सकें और उन्हें किसी तरह की परेशानी का सामना नहीं करना पड़े। लेकिन स्टेशन पर इनके उद्घाटन का इंतजार किया जा रहा है।
स्टेशन पर खराब पड़ी मशीन
गांधीनगर स्टेशन पर सुरक्षा कारणों के चलते लगेज की जांच के लिए स्कैनर मशीन लगाई गई थी लेकिन यह मंगलवार को बंद थी। पूछने पर बताया गया कि खराब हो गई है। मशीन के खराब होने से यात्रियों का सामान जांचे बगैर ही उन्हें स्टेशन के अंदर प्रवेश दिया जा रहा है।
गांधीनगर स्टेशन पर सुरक्षा कारणों के चलते लगेज की जांच के लिए स्कैनर मशीन लगाई गई थी लेकिन यह मंगलवार को बंद थी। पूछने पर बताया गया कि खराब हो गई है। मशीन के खराब होने से यात्रियों का सामान जांचे बगैर ही उन्हें स्टेशन के अंदर प्रवेश दिया जा रहा है।