पत्रिका और फोर्टी वीमन विंग की ओर से आयोजित हुआ लेट्स टॉक शो
कार्यक्रम का विषय ‘सामाजिक मूल्यों के निर्माण के लिए नैतिक रूप से सुप्रसिद्ध शख्सियतें कितनी जिम्मेदार/जवाबदेह?’ रखा गया।
सेलिब्रिटी के काम-हार्डवर्क को करें फॉलो, उनके नकारात्मक काम नकारें – अजयपाल लांबा
जयपुर. ‘किसी भी सेलिब्रिटी की पर्सनल और पब्लिक लाइफ सिक्के के दो पहलू की तरह हैं, जो एक दूसरे से अलग नहीं हो सकते हैं। ऐसे में पब्लिक को हक है कि वह सेलिब्र टी की पर्सनल लाइफ में भी झांक सकती है। दूसरी ओर पब्लिक को सेलिब्रिटी के काम और उसके हार्डवर्क को फॉलो करना चाहिए और उसके नकारात्मक कार्य को नकार देना चाहिए’ ये कहना है एडिश्नल पुलिस कमिश्नर (क्राइम) अजयपाल लांबा का। जो शुक्रवार को पत्रिका, फोर्टी वीमन विंग और सेपियंस टीम ओर से जयमहल पैलेस होटल के दरबार हॉल में आयोजित लेट्स टॉक शो में मुख्य वक्ता के रूप में बोल रहे थे।
टॉक शो का विषय ‘सामाजिक मूल्यों के निर्माण के लिए नैतिक रूप से सुप्रसिद्ध शख्सियतें कितनी जिम्मेदार/जवाबदेह?’ था। टॉक शो की शुरूआत में विंग सैकेट्री अलका अग्रवाल और पब्लिशर प्रशान्त गुप्ता ने पौधे देकर सभी का स्वागत किया।
इस दौरान वक्ता के रूप में शामिल हुईं आईएनआईएफडी डायरेक्टर कमला पोद्दार ने कहा कि कई बार मशहूर शख्सियतें हमारे सामने पॉजिटिव छवि लिए होती है, लेकिन उसके मुखोटे के पीछे नेगेटिव चेहरा छिपा हुआ है। ऐसे में हमें देखभाल कर अपनी आदर्श शख्सियत चुनना चाहिए। इस मामले में पेरेंट्स को बच्चों की मदद करनी चाहिए।
अभिनेता ऋषि मिग्लानी ने कहा कि आपका रोल मॉडल परदे के सामने जो कह रहा है, केवल उसे फॉलो करना है। हर अच्छा काम करने वाला इंसान किसी भी उम्र का हमारा आदर्श बन सकता है। ऐसे में जिम्मेदारी हमारी है कि हम किस मामले में किस व्यक्ति को अपना आदर्श बनाते हैं।
परिष्कार इंटरनेशनल कॉलेज की डायरेक्टर डॉ. सविता पाईवाल ने कहा कि पब्लिक ही एक आम व्यक्ति को शख्सियत बनाती है। ऐसे में इन शख्सियतों को भी नैतिक मूल्यों की पालना करना चाहिए। उन्हें कोई ऐसा कार्य नहीं करना चाहिए जिससे पब्लिक में गलत संदेश जाए।
विंग प्रेसीडेंट नेहा गुप्ता ने बताया कि फोर्टी वीमन विंग कि ओर से हर माह इस तरह टॉक शो का आयोजन किया जाता है। जिसमें समसामयिक विषयों पर चर्चा की जाती है। इस दौरान विभिन्न क्षेत्रों में महारत रखने वाले लोगों को वक्ता के रूप में शामिल किया जाता है।
डिजायनर प्रियांशी ने कहा कि कोई भी शख्सियत हमसे यह नहीं कहती कि ‘मुझे आपका रोल मॉडल बना लो’। ये चुनाव हमारा स्वंय का होता है। ऐसे में हमें सूझबूझ से काम लेना चाहिए। शख्सियत की कोई भी एक खास खूबी हमारा आदर्श बनने के लिए काफी होती है।
वरिष्ठ शिक्षाविद् राघव प्रकाश ने कहा कि वर्तमान में पूरे विश्व में ही सांस्कृतिक पतन हो रहा है। चारों ओर केवल पैसे का बोलबाला है। पैसा ही समाज और संस्कृति के केन्द्र में आ बैठा है और सभी संबंधों व संस्कृति को खत्म कर रहा है। इन हालातों में हमें पश्चिमी संस्कृति से बचना होगा और भारतीय संस्कृति को बचाना होगा। नैतिक मूल्यों की गिरावट का जिम्मेदार किसी एक व्यक्ति या वर्ग को नहीं ठहराया जाना चाहिए।
विंग की वाइस प्रेसिडेंट डॉ सुनीता शर्मा ने कहा कि अमूमन बॉलीवुड एक्टर, खिलाड़ी और फैशन जगत की शख्सियतें ही लोगों का आदर्श बन पाती हैं। जबकि कुछ ईमानदार नौकरशाह और सामाजिक कार्यकर्ता भी इतने काबिल होते हैं कि वह भी आमजन का आदर्श बन सकते हैं। लेकिन चकाचौंध में वह कहीं न कहीं गौण हो जाते हैं। ऐसे में जब हमें अपने आदर्श की तलाश हो तो हम हर क्षेत्र की शख्सितों पर नजर डालें।
सामाजिक कार्यकर्ता मनीष कासलीवाल ने कहा कि बच्चों के लिए सबसे पहले उनके माता पिता ही आदर्श होते हैं। इसी उम्र में यदि मां बाप बच्चों को झूठ बोलना सिखा देते हैं तो कहीं न कहीं बच्चे को भी झूठ बोलना सरल लगने लगता है। यहीं से बच्चे में नैतिक मूल्यों के पतन की शुरूआत हो जाती है। वरिष्ठ आरएएस कहा कि कि रोड मॉडल के चुनाव के लिए हमें स्वंय जागरुक होना होगा। एक आम आदमी की तरह सेलिब्रिटी में भी अच्छाईयां और बुराईयां दोनों होती हैं। लेकिन हमें अपनी आदर्श सेलेब्रिटी की केवल अच्छाईयों को ही ग्रहण कराना चाहिए। इस दौरान असवाल ने सभी को धन्यवाद भी ज्ञापित किया।
‘पत्रिका ही ऐसा अखबार जिसे ड्राइंग टेबल पर रख सकते हैं’ कार्यक्रम में वक्ताओं ने सेलिब्रिटी की खबरों के चयन को लेकर कई मीडिया संस्थानों (पत्रिका नहीं) पर भी सवाल उठाए। इस बीच कार्यक्रम में एडिश्नल पुलिस कमिश्नर अजयपाल लांबा ने कहा कि वर्तमान में राजस्थान पत्रिका ही ऐसा अखबार है, जिसे हम अपने घर के ड्राइंग टेबल पर रख सकते हैं। इस दौरान उन्होंने पत्रिका की विश्वसनीयता और सरोकार के कार्यों की सराहना भी की। कार्यक्रम में सौरभ सोमानी समेत अन्य लोगों ने अपनी बात रखते हुए वक्ताओं से विभिन्न सवाल भी किए। शो का मॉडरेशन फोर्टी वीमन कि वाइस प्रेसिडेंट डॉ. सुनीता शर्मा और शैलेन्द्र शर्मा ने किया।