-पत्रिका ने चार साल पहले ही कर दिया था ‘स्वच्छता का आगाज’-कोविड—19 से बचाव के लिए स्वच्छता को प्राथमिकता-प्रदेश में छह जिलों के 1100 स्थानों पर की गई थी सफाई-लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्डस और इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्डस में दर्ज
जयपुर। वैश्विक महामारी कोरोना से बचाव के लिए समूचा विश्व स्वच्छता को लेकर जागरुक हो रहा हैं, वहीं पत्रिका ने चार साल पहले ही स्वच्छता को लेकर मेगा सफाई अभियान शुरू कर दिये थे। ग्रामीण क्षेत्रों में पत्रिका के सफाई अभियानों के बाद लोग साप्ताहिक रूप से साफ-सफाई पर ध्यान देने लगे। महामारी के दौर में इसका लाभ ग्रामीण क्षेत्रों को बहुत मिल रहा है।
कोरोना महामारी को लेकर डब्ल्यूएचओ के हैल्थ प्रोटोकॉल में साबुन या लिक्विड हैंड वॉश से हाथ धोने की बात हो या फिर वस्तुओं के सैनेटाइज करने का विषय हो, सभी में स्वच्छता का संदेश दिया गया हैं। राजस्थान पत्रिका ने 20 मार्च 2016 को छह जिलों के 1100 स्थानों पर आयोजित किया गया था।
जयपुर, दौसा, टोंक, सवाईमाधोपुर, करौली और धौलपुर में आयोजित इस सफाई अभियान में करीब दो लाख लोगों ने शिरकत की थी। अभियान में गांव-शहर के गली-मोहल्ले, स्कूल, बाजार, पुलिस थाने, सार्वजनिक पार्क, बस स्टैण्ड, अस्पताल आदि स्थानों पर सफाई की गई।
पत्रिका के इस अभियान को देश की प्रतिष्ठित लिम्का बुक ऑफ रिकॉड्र्स ने नेशनल अवॉर्ड घोषित किया बल्कि इंडिया बुक ऑफ रिकॉड्र्स की ओर से इसे लार्जेस्ट क्लीनलीनेस कैम्पेन का भी दर्जा दिया गया था।