शिकायत का सत्यापन होने पर एसीबी ने ट्रेप रचा। शुक्रवार को परिवादी चौमूं में तहसील कार्यालय पहुंचा। जहां पटवारी ने कागजी कार्रवाई करने के बहाने परिवादी को अपने साथ इधर उधर घुमाता रहा। फिर पैदल पैदल चौमूं थाने के पीछे एक सरकारी क्वार्टर में बना रखे अपने ऑफिस तक ले गया। वहां पटवारी राजेंद्र ने परिवादी से 11 हजार रुपए की रिश्वत ली। इन रुपयों को अपनी पेंट की जेब में रख लिया। तब इशारा मिलने पर पुलिस इंस्पेक्टर नीरज भारद्वाज की टीम ने पटवारी राजेंद्र को धरदबोचा।