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कोरोना में भी जिंदा है गंगा—जमुनी मिसाल, एक—दूसरे की मदद के लिए हर संभव प्रयास कर रहे लोग

locationजयपुरPublished: Mar 27, 2020 06:04:45 pm

Submitted by:

dinesh

कोरोना वायरस ( Coronavirus ) के चलते सभी धर्मों के लोगों के साथ कुछ धार्मिक सेवा संगठनों ने भी सेवा कार्य में अपना हाथ आगे बढ़ाया है। जिसके चलते जहां एक तरफ सिख समाज लोगों को खाने—पीने की चीजों मुहैया करा रहा है, वहीं शहर के आराध्य गोविंद देव जी मंदिर और मोती डूंगरी मंदिर ट्रस्ट की ओर भी हजारों लोगों को खाना पहुंचाने का कार्य किया जा रहा है…

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जयपुर। कोरोना वायरस ( coronavirus ) के चलते सभी धर्मों के लोगों के साथ कुछ धार्मिक सेवा संगठनों ने भी सेवा कार्य में अपना हाथ आगे बढ़ाया है। जिसके चलते जहां एक तरफ सिख समाज लोगों को खाने—पीने की चीजों मुहैया करा रहा है, वहीं शहर के आराध्य गोविंद देव जी मंदिर और मोती डूंगरी मंदिर ट्रस्ट की ओर भी हजारों लोगों को खाना पहुंचाने का कार्य किया जा रहा है।
इसी कड़ी में राजस्थान वक़्फ़ बोर्ड के अध्यक्ष डॉ़. खानू खान बुधवाली का एक बयान आया है जिसमें उन्होंने वक़्फ़ की इमारतों में अस्थाई स्वास्थ्य केंद्र खोलने की पेशकश की है। इसके चलते एक बार फिर से इस भयावह माहौल में जयपुर की गंगा—जमुनी मिसाल पेश की जा रही है। साथ ही चारदीवारी में लोग एक—दूसरे की मदद के लिए हर संभव प्रयास कर रहे हैं।

जैन रसोई जयपुर में वितरित करेगा 5200 जरूरतमंदों को भोजन
जैन रसोई एनजीओ रियायती कीमतों पर पौष्टिक भोजन तैयार करने और वितरित करने की पहल कोरोनावायरस प्रकोप के दौरान वर्तमान खाद्य संकट को दूर करने के लिए सिटीजन प्रोजेक्ट में बदल गया है। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत द्वारा लोक कल्याण की भावना और गैर सरकारी संगठनों को प्रोत्साहित करने से प्रेरित इस पहल से दैनिक वेतन भोगी व्यक्तियों, स्व-नियोजित व्यक्तियों, प्रवासी श्रमिकों और अन्य लोगों को भोजन प्रदान होगा। इस पहल की शुरूआत 23 मार्च को 1350 भोजन के साथ हुई थी। इसकी क्षमता बढ़ती गई और 26 मार्च तक जैन रसोई ने 4200 भोजन वितरित किए। आज से इसकी 5200 भोजन वितरित करने की योजना है। जयपुर के कई हिस्सों से लेकर आमेर तक के लोगों को लंच और रात्रि भोजन दोनों उपलब्ध कराया जा रहा है। लॉकडाउन प्रोटोकॉल के अनुरुप, डिब्बाबंद भोजन होमगार्ड के जवानों द्वारा वितरित किए जा रहे हैं। राज्य सरकार ने इस पहल को समर्थन देते हुए इस सुविधा के लिए एक वरिष्ठ अधिकारी को एकल बिंदु संपर्क के रूप में नियुक्त किया है।

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