scriptजिला अस्पताल और बीएमसी डीमर्जर के लिए अब सागर बंद की चेतावनी | protest against district hospital and bmc merger | Patrika News

जिला अस्पताल और बीएमसी डीमर्जर के लिए अब सागर बंद की चेतावनी

locationसागरPublished: Jan 13, 2018 01:58:30 pm

सर्वदलीय नागरिक संघर्ष मोर्चा ने दिया धरना

protest against district hospital and bmc merger

protest against district hospital and bmc merger

सागर. जिला अस्पताल का मेडिकल कॉलेज में मर्जर के विरोध में सर्वदलीय नागरिक संघर्ष मोर्चा ने शुक्रवार को कटरा यातायात चौकी के पास धरना प्रदर्शन किया। मोर्चा के संरक्षक रघु ठाकुर ने कहा कि मीडिया की भांति जनप्रतिनिधि अपना धर्म निभाएं, तो मर्जर समाप्ति में देर नहीं होगी। प्रदेश सरकार के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का फैसला तानाशाहीपूर्ण है और जनविरोधी भी। मर्जर के बाद से स्वास्थ्य सेवाएं पूरी तरह चरमरा गई हैं। जिले से आने वाले सैकड़ों मरीज लाचार हैं और उन्हें मजबूरी में प्राइवेट अस्पतालों की ओर जाना पड़ रहा है।
मोर्चा का रास्ता संवाद और संघर्ष का है, यदि संवाद से इस समस्या का हल नहीं निकलता, तब हम संघर्ष की धार को और तेज करेंगे। उन्होंने गृहमंत्री भूपेंद्र सिंह की पहल का स्वागत किया। कहा कि हम 16 तारीख का इंतजार करेंगे। सीएम से बातचीत के बाद भी मर्जर खत्म नहीं हुआ तो 23 जनवरी को सागर बंद करेंगे।

जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष हीरा सिंह राजपूत ने कहा, पार्टी मोर्चा के संघर्ष के साथ एकजुटता से खड़ी रहेगी। अंकिलेश्वर दुबे ने कहा कि अधिवक्ता संघ इस मर्जर के निर्णय के खिलाफ है। नेता प्रतिपक्ष अजय परमार ने कहा हम पूरी ताकत से बंद कर आएंगे।

पूर्व विधायक सुनील जैन ने कहा यह लड़ाई प्रत्येक नागरिक की है। व्यापारी प्रदीप जैन व दिनेश बेलहरा ने भी समर्थन दिया। कार्यक्रम को मुकेश जैन, शिवसेना के पप्पू तिवारी, सफाई कामगार यूनियन के अरविंद मछंदर, आप पार्टी के धर्णेन्द्र जैन, अतुल मिश्रा, सुधीर ठाकुर, राम अवतार शर्मा, कामरेड अजीत कुमार जैन, प्रदीप गुप्ता, शैलेंद्र श्रीवास्तव रामकुमार डॉ. बद्री प्रसाद, मुन्ना चौबे सहित बंडा, राहतगढ़, देवरी, गौरझामर, सिहोरा, नरयावली, जरुआखेड़ा, रहली, से आए लोगों ने भी संबोधित किया।

इस मौके पर किशन लाल पाहवा, चंपक भाई, रफीक गनी, त्रिलोकीनाथ कटारे, सुकदेव प्रसाद तिवारी, अमित दुबे राम, महेश तिवारी प्रो. विनोद दीक्षित, जितेंद्र रोहण सिंटू कटारे, राहुल भाई जी, ज्योति पटेल, माधवी चौधरी, कमलेश बघेल, देवेन्द्र फुसकेले विनोद ओसवाल, राजाराम सरवैया, अवधेश तोमर, अखिलेश केशरवानी, बृजेंद्र नगरिया, पंकज सिंघई, गुड्डा गोदरे समेत अनेक कार्यकर्ता मौजूद थे। एकता समिति ने बंद किए जाने का समर्थन किया। अंत में प्रशासन को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा गया।

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो