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फ्रंटलाइन वर्कर में शामिल होंगे पशुपालन विभाग के कार्मिक

locationजयपुरPublished: Apr 27, 2021 11:11:16 am

Submitted by:

Rakhi Hajela

निशुल्क वैक्सीनेशन करवाने का प्रस्ताव भीकार्मिकों को उपलब्ध करवाए जाएंगे सुरक्षा संसाधनराजस्थान पत्रिका ने प्रमुखता से उठाया था पशु चिकित्सा कार्मिकों का मुद्दा

फ्रंटलाइन वर्कर में शामिल होंगे पशुपालन विभाग के कार्मिक

फ्रंटलाइन वर्कर में शामिल होंगे पशुपालन विभाग के कार्मिक

आवश्यक सेवाओं (Essential services) में शामिल किए जाने के बाद अब कार्मिकों को फ्रंटलाइन वर्कर (Frontline workers) में शामिल किए जाने, उन्हें कोविड वॉरियर के रूप में मिलने वाले परिलाभ भी दिलवाने का प्रस्ताव भी पशुपालन विभाग (animal husbandry )सरकार को भेज रहा है। साथ ही कार्मिकों के निशुल्क वैक्सीनेशन करवाने के संबंध में विभाग की ओर से प्रस्ताव तैयार किया गया है। विभाग की शासन सचिव आरुषि मलिक ने इस संबंध में कार्यवाही करने के निर्देश विभागीय अधिकारियों को दिए हैं।
गौरतलब है कि जन अनुशासन पखवाड़े के लिए जारी गाइडलाइन में पशुपालन विभाग को आवश्यक सेवाओं में शामिल नहीं किया गया था। ऐसे में पशु चिकित्सा संस्थानों को खोले अथवा नहीं खोले जाने को लेकर असमंजस की स्थिति पैदा हो गई थी। जिसे देखते हुए विभाग ने गृह विभाग को प्रस्ताव भेजा था जिसके बाद गृह विभाग ने गाइडलाइन में संशोधन कर पशु विभाग को आवश्यक सेवाओं में शामिल किया, लेकिन कार्मिकों को ना तो फ्रंटलाइन वर्कर के रूप में शामिल किया गया ना ही उनका वैक्सीनेशन हुआ जबकि लॉकडाउन के समय से ही पशुपालन विभाग के कार्मिक फ्रंटलाइन वर्कर की तरह अपनी सेवाएं दे रहे थे। विभाग के दो कार्मिकों की मृत्यु भी ड्यूटी के दौरान कोविड से हो चुकी है लेकिन उनके परिजनों को कोविड से मृत्यु होने पर मिलने वाले परिलाभ नहीं मिल सके। ऐसे में विभाग कार्मिकों को फ्रंटलाइन वर्कर का दर्जा दिलवाए जाने सहित उनका वैक्सीनेशन करवाए जाने का प्रस्ताव सरकार को भेज रहा है।
सभी संस्थाओं को दिए जाएंगे संसाधन
इसके साथ ही सभी पशु चिकित्सा संस्थानों में आवश्यक संसाधन की व्यवस्था सुनिश्चित की जाएगी। मुख्यालय ने सभी पशु चिकित्सा संस्थानों में सेनेटाइजर, मास्क और साबुन आदि की व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं साथ ही कहा है कि आवश्यकता पडऩे पर इसके लिए अतिरिक्त बजट की व्यवस्था की जाएगी।
इन्होंने की थी मांग
गौरतलब है कि राजस्थान पशु चिकित्सा कर्मचारी संघ लंबे समय से इसकी मांग कर रहा था। संघ के प्रमुख महामंत्री अर्जुन शर्मा ने कहा कि हम लंबे समय से पशु चिकित्सा कार्मिकों को सुरक्षा संसाधन उपलब्ध करवाए जाने की मांग कर रहे थे। पशु चिकित्सा केंद्रों पर कार्मिकों के लिए मास्क, सेनेटाइजर आदि की व्यवस्था नहीं है। हमने कार्मिकों को फ्रंटलाइन वर्कर में शामिल किए जाने के साथ ही निशुल्क वैक्सीनेशन करवाए जाने की भी मांग की थी।
इनका कहना है,
विभाग को आवश्यक सेवाओं में शामिल किया गया है लेकिन अभी फ्रंटलाइन वर्कर या कोविड वॉरियर के रूप में शामिल नहीं किया गया है ना ही विभागीय कार्मिकों को इसके कोई परिलाभ देय हैं। हम वित्त विभाग और गृह विभाग को इस संबंध में प्रस्ताव भेज रहे हैं। जिससे हमारे कार्मिकों को भी इसका फायदा मिल सके। निशुल्क वैक्सीनेशन करवाने के प्रयास भी विभाग करेगा।
डॉ. प्रदीप सारस्वत, एडिशनल डायरेक्टर
पशुपालन विभाग।

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