जयपुर

कार्मिकों को मिलेगी पहचान , छह हजार कार्मिकों के बनेंगे परिचय पत्र

विभाग ने स्वीकृत की 5 लाख 63 हजार रुपए की राशि

जयपुरMay 11, 2021 / 07:25 pm

Rakhi Hajela

कार्मिकों को मिलेगी पहचान , छह हजार कार्मिकों के बनेंगे परिचय पत्र,कार्मिकों को मिलेगी पहचान , छह हजार कार्मिकों के बनेंगे परिचय पत्र,कार्मिकों को मिलेगी पहचान , छह हजार कार्मिकों के बनेंगे परिचय पत्र


जयपुर, 10 मई
लंबे समय से अपनी पहचान के लिए संघर्षरत पशु चिकित्सा कार्मिकों (Veterinary personnel) को अब उनकी पहचान मिल सकेगी। यानी कार्मिकों को उनके परिचय पत्र मिलेंगे। पशुपालन विभाग (Animal husbandry) ने अपने कार्मिकों के पहचान पत्र बनवाए जाने के लिए पांच लाख 63 हजार रुपए की राशि स्वीकृत की है साथ ही संभागीय कार्यालयों में संयुक्त निदेशकों में निर्देश दिए हैं कि कार्मिकों के परिचय पत्र शीघ्र बनवाए जाएं जिससे उन्हें लॉकडाउन के दौरान कार्यालय या फील्ड में आने जाने में परेशानी का सामना नहीं करना पड़ेगा।
आए दिन होती थी कार्मिकों के साथ मारपीट
गौरतलब है कि विभाग की ओर से संचालित की जा रही विभिन्न योजनाओं को पूरा करने के लिए कार्मिकों को फील्ड में ग्रामीण क्षेत्रों में पशुपालकों के घर घर जाकर पशुओं का टीकाकरण करना होता है। इस दौरान कई बार इन कार्मिकों के साथ मारपीट किए जानेए उन्हें बंधक बनाए जाने की घटनाएं सामने आई हैं। कार्मिक के पास परिचय पत्र नहीं होने से अपनी पहचान साबित करना भी उनके लिए मुश्किल हो रहा था। इसके बाद जन अनुशासन पखवाड़े में पशु पालन विभाग को आपातकालीन सेवाओं में शामिल कर लिया गया और पशुचिकित्सा संस्थान खोलने के निर्देश दिए गए, लेकिन कार्मिकों के पास परिचय पत्र नहीं होने से उनके लिए अपने चिकित्सा संस्थानों तक पहुंचना मुश्किल हो रहा था।
पशु चिकित्सा कर्मचारियों की इस समस्या और उनकी परिचय पत्र बनवाए जाने की मांग को पत्रिका ने प्रमुखता से उठाया था। अपनी खबरों के माध्यम से पत्रिका ने कार्मिकों के पास परिचय पत्र नहीं होने के कारण टीकाकरण सहित विभिन्न विभागीय योजनाओं को पूरा करने में आ रही परेशानी को उजागर किया था। राजस्थान पशु चिकित्सा तकनीकी कर्मचारी संघ के प्रदेशाध्यक्ष बनवारी लाल बुनकर और प्रवक्ता सुनील चौधरी का कहना है कि पशु चिकित्सा कार्मियों के परिचय पत्र बनने से कार्मिकों की विभागीय कार्यालय और फील्ड में अलग से पहचान होगी साथ ही पशुपालन विभाग की विभिन्न योजनाओं का लाभ आमजन तक पहुंचाने में मदद मिलेगी।
किस जिले को मिला कितना बजट
श्रीगंगानगर 12,000
बीकानेर 18,000
चूरू 15,000
हनुमानगढ़ 15,000
जयपुर 50,000
धौलपुर 1,20,000
अलवर 20,000
झुंझुनू 18,000
दौसा 10,000
सीकर 19,000
भरतपुर 25,000
सवाई माधोपुर 10,000
करौली 8000
अजमेर 25,000
भीलवाड़ा 18,000
कुचामन सिटी 12,000
नागौर 10,000
टोंक 10,000
कोटा 12,000
बारां 10,000
बूंदी 8000
झालावाड़ 8000
जोधपुर 40,000
जैसलमेर 10,000
बाड़मेर 25,000
सिरोही 8000
जालौर 12,000
पाली 15,000
उदयपुर 50,000
डूंगरपुर 15,000
बांसवाड़ा 15,000
प्रतापगढ़ 8000
राजसमंद 10,000
चित्तौडगढ़़ 12,000
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