पिछले दिनों में लगातार पेट्रोल-डीजल के दामाें में बढ़ोतरी हो रही है। कुछ दिनों पहले पेट्रोल-डीजल में हो रही लगातार बढ़ोतरी के बाद राजस्थान सरकार ने रविवार 9 सितंबर को पेट्रोल-डीजल पर वसूले जाने वाले अपने वैट में बड़ी कटौती का एेलान भी किया था। पेट्रोल-डीजल पर वेट कम करने की घोषणा करते हुए मुख्यमंत्री ने पेट्रोल-डीजल की कीमतों में 4 फीसदी वैट में कटौती की थी। जिससे पेट्रोल पर जो वेट 30 फीसदी था वह घटकर 26 प्रतिशत और डीजल पर जो वेट 22 प्रतिशत था वह घटकर 18 प्रतिशत कर दिया था। साथ ही पेट्रोल-डीजल के दामों में करीब ढाई रुपए प्रति लीटर की कमी भी अगले दिन देखी गई थी।
मुख्यमंत्री की घोषणा के साथ ही पेट्रोल-डीजल की कीमत में अगले दिन ढाई रुपए की कमी हो गई थी, इस दौरान पेट्रोल 83.26 से घटकर 81.21 रुपए/लीटर हो गया था, लेकिन पेट्रोल में बढ़ती कीमतों का सिलसिला थमा नहीं था अगले दिन ही पेट्रोल करीब 12 पैसे बढ़ गया था और एक सप्ताह के भीतर ही आज पेट्रोल वापिस अपनी पुरानी कीमतों पर पहुंच गया है।
मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के राज्य में पेट्रोल और डीजल की कीमत में 4 फीसदी वैट में कटौती के फैसले के बाद भी राज्य की जनता को सिर्फ एक दिन के लिए ही राहत मिली। सप्ताह भर के भीतर ही तेल अपने पुरानी कीमत पर आ गया। जिससे आम आदमी को एक बार फिर झटका लगा है।
DATE | PRICE | PRICE CHANGE |
Sep 14, 2018 | 81.46₹/ltr | 0.02 |
Sep 13, 2018 | 81.48₹/ltr | 0.13 |
Sep 12, 2018 | 81.35₹/ltr | 0.02 |
Sep 11, 2018 | 81.33₹/ltr | 0.12 |
Sep 10, 2018 | 81.21₹/ltr | 2.05 |
Sep 9, 2018 | 83.26₹/ltr | 0.00 |
पिछले कुछ दिनों में डाॅलर के मुकाबले रुपए में कमजोरी आैर कच्चे तेल की कीमतों में भारी इजाफा होने के बाद घरेलू तेल विपणन कंपनियों को पेट्रोल आैर डीजल की कीमतों में बढ़ोतरी करना पड़ रहा है। बता दें कि भारत अपने तेल का 80 फीसदी हिस्सा अन्य देशों से आयात करता है। इसके साथ तेल आयात के मामले में भारत तीसरे नंबर पर है। हालांकि शुक्रवार को कारोबार सत्र के दौरान रुपए में हल्की रिकवरी देखी गर्इ है।