नए साल में पेट्रोल और डीजल के दाम बढऩे का सिलसिला 6 जनवरी को शुरू हुआ। लेकिन उपभोक्ताओं को थोडी राहत इससे मिल रही थी कि दाम एक दो दिन के अंतर से बढ़ रहे थे। लेकिन केन्द्रीय बजट को दाम बढऩे के बाद 6 से 8 फरवरी को छोड दें तो 9 फरवरी से प्रतिदिन पेट्रोल के दाम लगातार बढ़ रहे हैं।
पेट्रोलियम डीलर्स का कहना है कि अभी उपभोक्ता पेट्रोल के दाम 100 रुपए प्रति लीटर तक पहुंचने की बात कह रहे हैं। लेकिन जिस तरह से तेल कपंनियां दाम बढा रही हैं उससे तय है कि मार्च महीने तक दाम 100 रुपए प्रति लीटर से भी आगे पहुंच जाएंगे।
पेट्रोलियम डीलर्स का कहना है कि प्रदेश में पेट्रोल के 35 प्रतिशत उपभोक्ता हैं तो 65 प्रतिशत उपभोक्ता डीजल के हैं। व्यवसायिक वाहनों,फेक्ट्रियों में डीजल का भारी मात्रा में उपयोग होता है।
केन्द्रीय बजट में इस बार 1 करोड़ उज्ज्वला गैस कनेक्शन देने की घोषणा की है। लेकिन 2 दिसंबर के बाद घरेलू गैस पर तीन बार दाम बढ़ते हुए 125 रुपए की बढ़ोतरी हो गई है। इस बढ़ोतरी का सीधा असर ग्रामीण क्षेत्रों में उज्जवला गैस का उपयोग करने वाली गृहणियों पर भी आया है। ग्रामीण क्षेत्रों में तो गृहणियों ने उज्जवला सिलेंडर बुक कराने से दूरी बना ली है। गृहणियों से फिर से चूल्हे के सहारे ही भोजन बनाना शुरू किया है।