मौजूदा सरकार ने लोकसभा चुनाव समाप्त होने के तुरंत बाद जुलाई में पेट्रोल और डीजल पर वैट की दर में चार प्रतिशत की बढ़ोतरी कर दी और अब यह बढ़कर डीजल पर 22 और पेट्रोल पर 30 प्रतिशत हो गया है। सरकार ने यह कदम अपना कर राजस्व बढ़ाने के लिए उठाया था, लेकिन सरकार के इस निर्णय का उल्टा असर हुआ। राजस्थान में पेट्रोल और डीजल पड़ोसी राज्यों पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश और गुजरात के मुकाबले पहले ही महंगा था। वैट की दरें बढऩे के बाद यह अंतर पांच से आठ रुपए प्रति लीटर तक हो गया। स्थिति यह है कि राजस्थान में जहां पेट्रोल औसतन 77 रुपए प्रति लीटर तथा डीजल 72 रुपए प्रति लीटर बिक रहा है, वहीं पड़ोसी राज्यों में पेट्रोल औसतन 73 रुपए तथा डीजल 65 रुपए प्रति लीटर बिक रहा है।