scriptमजदूरों के खाते खुलवाता फिर एटीएम कार्ड अपने पास ही रख लेता था पीजी संचालक | PG operator used to keep the ATM card with the workers, then he opened | Patrika News

मजदूरों के खाते खुलवाता फिर एटीएम कार्ड अपने पास ही रख लेता था पीजी संचालक

locationजयपुरPublished: May 07, 2020 08:34:18 pm

Submitted by:

Abrar Ahmad

सायबर ठगी की रकम खातों में जमा कराता था गिरोह, पीडब्ल्यूडी विभाग के उप शासन सचिव से भी की थी ठगी

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जयपुर। पीडब्ल्यूडी विभाग के उप शासन सचिव से सायबर ठगी के मामले में गिरफ्तार आरोपी तो छोटे स्तर पर ठगी कर रहा था, उसके ऊपर भी ठगी का बड़ा नेटवर्क चल रहा है। पुलिस की प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि ठगी का पूरा नेटवर्क उत्तरप्रदेश से चल रहा है और अलवर, भरतपुर व मेव इलाके के लोग ठगी के खेल में लिप्त है। गौरतलब है कि पुलिस आयुक्तालय की सायबर सेल ने मंगलवार को अलवर टपूकडा निवासी मजलिस खान और अर्चना प्रजापत को गिरफ्तार किया था। एडीसीपी विमल सिंह ने बताया कि मुख्य रूप से यह लोगों को बातों में उलझाकर किसी परिचित के बैंक खाते में रुपए ट्रांसफर करवाते थे। कुछ ही दिनों में रुपए निकाल लेते थे। जांच में सामने आया कि यह एक फैक्ट्री के लिए पीजी चलाता है, जहां पर कई मजदूर रहते है। उनके बैंक खाते खुलवाकार एटीएम कार्ड खुद ही ऑपरेट करता था। उन्हीं से ठगी के रुपयों का लेनदेन करता था।
एक माह में कर चुका है 50 लाख का लेनदेन
मजलिस के स्वयं के बैंक खातों की डिटेल खंगाली तो पता चला कि पिछले एक महीने में उसने करीब 50 लाख रुपए का लेनदेन किया है। जिससे प्रतीत होता है कि ठगी की कई वारदात अंजाम दी गई।बैंक खाते से खुली गुत्थीयह ठग फोन पे जैसा दिखाई देने वाला फैक पेज बनाते और उसका लिंक तैयार कर परिवादी को भेजते थे। उसमें खाता संबंधी डिटेल भरनी पड़ती थी। पीडि़त ब्रज गुप्ता के रुपए जिस खाते में ट्रांसफर हुए थे वो अर्चना का था। अर्चना से पूछताछ के बाद मामले का खुलासा हुआ। ठगी के नेटवर्क में लगे अन्य आरोपियों का भी पुलिस पता लगा रही है। गौरतलब है कि लॉकडाउन के दौरान एक दर्जन से ज्यादा ठगी की ऐसी वारदात सामने आई है।
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