सांगानेर और नींदड़ में हो चुका है अभियंताओं का घेराव शहर में साउथ सर्कल के सांगानेर व उत्तर सर्कल के एन-4 के अधीन विद्याधर नगर क्षेत्र के इलाके भीषण पेयजल सकंट से त्रस्त हैं और यहां बूंद-बूंद के लिए हाहाकार मचा हुआ है। इसका सबसे बड़ा कारण इन इलाकों में फील्ड इंजीनियरों की जल प्रबंधन की लचर मॉनिटरिंग को माना जा रहा है। सांगानेर में तो हाल ये है कि जल किल्लत को लेकर लोग पानी की टंकी पर चढ़ गए और विद्याधर नगर क्षेत्र में चार दिन के भीतर ही नाड़ी का फाटक और नींदड़ गांव में पानी के लिए लोगों ने रास्ता रोका तथा इंजीनियरों का घेराव तक कर दिया। सांगानेर में 22 दिन में 74 और विद्याधर नगर क्षेत्र में 51 पेयजल समस्याएं दर्ज हुई।
एस-1 और एन-1 में सबसे कम समस्यांए नियंत्रण कक्ष में दर्ज पेयजल समस्याओं के हिसाब से देखें तो दक्षिण सर्कल के एस-1 खंड और उत्तर सर्कल के एन-1 खंड में सबसे कम पेयजल समस्याएं दर्ज हुई। एस-1 में पानी नहीं आने, कम प्रशेर की 10 और एन-1 में 9 समस्याएं ही दर्ज हुई। इसे इंजीनियर क्षेत्र में पेयजल समस्याओं की बेहतर मॉनिटरिंग का असर मान रहे हैं।आंकड़ों में शहर की पेयजल समस्याएं
किया जा रहा है समाधान नियंत्रण कक्ष में चौबीसों घंटे पेयजल समस्याएं दर्ज की जा रही हैं और समाधान किया जा रहा है। एक-दो जगह तो रात 9 बजे बाद भी लोगों की मांग पर पानी के टैंकर उपलब्ध कराए हैं। दर्ज की गई 95 प्रतिशत समस्याओं का समय सीमा में समाधान कर दिया है। कुछ ऐसे इलाके भी हैं जहां हम पेयजल समस्याओं का स्थायी समाधान करने की कोशिश कर रहे हैं।- मनीष बेनीवाल, अतिरिक्त मुख्य अभियंता जयपुर द्वितीय