इस पर सीकर एसई वस्तु स्थिति बताने लगे वहीं अतिरिक्त मुख्य अभियंता जयपुर प्रथम अरुण श्रीवास्तव सफाई देने लगे। इस पर एसीएस अग्रवाल उखड़ गए और उन्होंने कहा कि कहानियां बनाने की जरूरत नहीं है और हमारे पास आपके रीजन की पूरी रिपोर्ट है जिससे साफ है कि आपकी परफॉर्मेंस ठीक नहीं है । इससे पहले भी एसीएस सुबोध अग्रवाल पेयजल प्रबंधन में विफल रहे इंजीनियरों की क्लास लगा चुके हैं।
ये निर्देश भी दिए एसीएस अग्रवाल ने- हैड वर्क्स, उच्च जलाशयों, पंप हाउस निर्माण के लिए भूमि आवंटन समय पर हो – ईसरदा-दौसा पेयजल परियोजना, भरतपुर-धौलपुर पेयजल परियोजना के तहत उच्च जलाशय, हैड वर्क्स के लिए बड़ी ट्रांसमिशन लाइन बिछाने का काम तेजी से हो
– नलकूप और हैंडपंप खुदाई का कार्य तेजी से किया जाए – बिजली कनेक्शन जल्द से जल्द लिए जाएं – कलक्टर पेयजल समीक्षा कमेटी की नियमित बैठक आयोजित करें – जिस रीजन में नलकूप और हैंडपंप शुरू करने की पैंडेंसी ज्यादा मिलेगी उसके अतिरिक्त व अधीक्षण अभियंता के खिलाफ कार्रवाई होगी