scriptअल्फा बीटा चार्ली खामोश….. | phed rajasthan | Patrika News

अल्फा बीटा चार्ली खामोश…..

locationजयपुरPublished: Oct 10, 2019 09:31:31 am

Submitted by:

anand yadav

पीएचईडी में लगाए वायरलैस सेट हुए कबाड़अफसरों ने सेट की उपयोगिता को नकारा80 लाख रुपए वायरलैस सेट की खरीद पर हुए खर्चपीएचईडी सिटी सर्कल दफ्तरों में धूल फांक रहे हैं वायरलैस सेट

जयपुर। जलदाय विभाग के पंप हाउसों में लगे वायरलैस सेट पर अल्फा बीटा चार्ली जैसे शब्द अब सुनाई नहीं देंगे। गुलाबीनगर में बीसलपुर जलापूर्ति शुरू होने के बाद पेयजल व्यवस्था की निगरानी के लिए लगाए वायरलैस सेट उपयोग नहीं होने पर कबाड़ हो गए हैं। जलदाय अफसरों ने भी शुरू से ही वायरलैस सेट के उपयोग को लेकर खास रूचि नहीं दिखाई वहीं 80 लाख रुपए कीमत के वायरलैस सेट अब पंप हाउसों में तालाबंद हो गए हैं।
गौरतलब है कि 2009 में राजधानी जयपुर में बनास जल की सप्लाई शुरू होने के बाद आरयूआईडीपी ने 80 लाख रुपए खर्च कर पंप हाउसों में वायरलैस सेट लगाए थे। इसके अलावा बनास जलापूर्ति वाले इलाकों में तैनात जलदाय अफसरों को वॉकी टॉकी सेट भी देना तय किया। लेकिन मोबाइल फोन का चलन बढ़ने व वॉकी टॉकी सेट को सिरदर्द मानते हुए जलदाय अफसरों ने सेट लेने से ही इंकार कर दिया। ऐसे में जहां वॉकी टॉकी सेट तो पैकिंग से ही बाहर नही निकले जबकि पंप हाउसों में लगाए गए वायरलैस सेट भी नाकारा साबित हुए। आरयूआईडीपी ने वायरलैस सेट की फ्रिक्वंसी भी गृह विभाग से मंजूर कराई लेकिन जलदाय अफसरों के नाकारापन की हद के चलते करीब एक दर्जन से ज्यादा वायरलैस सेट नाकारा घोषित कर कबाड़ में डाल दिए गए हैं।
जलदाय अफसरों का बचकाना बयान
विभाग के अफसरों ने मोबाइल फोन का चलन बढ़ने पर वायरलैस सेटों की उपयोगिता से इंकार कर दिया जबकि नगर निगम,पुलिस और जेडीए जैसे विभागों में अफसरों के पास मोबाइल फोन होने के बावजूद वायरलैस सेटों का उपयोग हो रहा है। जबकि जलदाय अफसर नाकारा हो रहे वायरलैस सेटों की उपयोगिता पर ही सवाल खड़े कर रहे हैं।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो