गवर्नर हाउस में भी सरकारी टैंकरों से सप्लाई
सिविल लाइन क्षेत्र में बिछाई पाइप लाइन करीब 40 साल से ज्यादा पुरानी है। बीते कुछ महीने पहले गवर्नर हाउस में दूषित पेयजल आपूर्ति की शिकायत पर सरकारी टैंकरों से जलापूर्ति होने पर जलदाय विभाग की जमकर किरकिरी हुई। जिस पर विभाग ने आनन फानन नई पाइप लाइन बिछाने के काम को मंजूरी दी। वित्तीय स्वीकृति होने के बावजूद रोडकट पेटे बजट नहीं होेने पर नई पाइप लाइन डालने का काम फिलहाल अटका हुआ है।
सिविल लाइन क्षेत्र में बिछाई पाइप लाइन करीब 40 साल से ज्यादा पुरानी है। बीते कुछ महीने पहले गवर्नर हाउस में दूषित पेयजल आपूर्ति की शिकायत पर सरकारी टैंकरों से जलापूर्ति होने पर जलदाय विभाग की जमकर किरकिरी हुई। जिस पर विभाग ने आनन फानन नई पाइप लाइन बिछाने के काम को मंजूरी दी। वित्तीय स्वीकृति होने के बावजूद रोडकट पेटे बजट नहीं होेने पर नई पाइप लाइन डालने का काम फिलहाल अटका हुआ है।
रिव्यु बैठक में उठा मामला, मिनट्स नहीं मिले
विभाग के एसीई जयपुर रीजन द्वितीय देवराज सोलंकी ने बताया कि पूरे सिविल लाइन्स क्षेत्र को 24 गुना सात प्रोजेक्ट से जोड़ा जाना है। यह प्रोजेक्ट पिछली सरकार के कार्यकाल के दौरान स्वीकृत हुआ था और मामला फिलहाल रिव्यु बैठक में रखा गया लेकिन अभी तक बैठक के मिनट्स नहीं आने से काम रूका है।