अनुबंधित लैब के भुगतान को लेकर पीएचईडी स्टेट लैब में चल रही खींचतान
जयपुरPublished: Dec 09, 2019 12:53:46 pm
चीफ केमिस्ट ने जिला लैब से मांगी रिपोर्ट ब्लॉक स्तर पर अनुबंध फर्म ने नहीं की पानी सैंपलों की जांच
जयपुर। जलदाय विभाग में अनुबंध आधार पर बनाई जाने वाली ब्लॉक स्तरीय लैब में पानी सैंपलों की जांच व भुगतान में फर्जीवाड़े को लेकर हंगामा मचा है। जयपुर स्थित स्टेट रेफरल सेंटर के चीफ केमिस्ट ने जिला लैब स्टाफ से रिपोर्ट मांगी है लेकिन बीते डेढ़ महीने बाद भी ब्लॉक स्तरीय लैब के कार्यों की रिपोर्ट जयपुर लैब को नहीं मिली है। चीफ केमिस्ट अब लैब स्टाफ पर फौरी तौर पर अनुबंधित फर्म के कार्यों का सत्यापन कर भुगतान दिलाने को लेकर दबाव बना रहे हैं।
जानकारी के अनुसार राज्य में जलदाय प्रयोगशालाओं के अलावा विभाग ने निजी फर्म अनुबंध कर ब्लॉक स्तर पर पानी सैंपलों की जांच करने के निर्देश दिए। हनुमानगढ़ और श्रीगंगानगर में तो अनुबंधित फर्म ने लैब ही स्थापित नहीं की। जबकि प्रदेश के 20 अन्य जिलों में भी ब्लॉक स्तर की प्रयोगशालाओ में पानी सैंपल जांच का काम ही नहीं हुआ। चीफ केमिस्ट राकेश माथुर ने सभी 22 जिला लैब स्टाफ को बीते दिनों पत्र लिखकर अनुबंधित फर्म के कार्यों की क्रॉस चैकिंग कर रिपोर्ट जयपुर मुख्यालय भेजने के निर्देश दिए हैं।
चीफ केमिस्ट राकेश माथुर ने बताया कि कुछ जिलों में ब्लॉक लैब को मर्ज कर दिया गया वहीं अन्य ब्लॉक लेबोरेट्री के कार्यों की क्रॉस चैकिंग कर रिपोर्ट देने के निर्देश दिए हैं। जलदाय लैब स्टाफ पर इस बारे में कोई अर्नगल दबाव नहीं बनाया जा रहा है।