लोगों को इंतजार था दूषित पानी से मुक्ति मिलने काहवामहल क्षेत्र के लोगों को इंतजार था कि जलदाय इंजीनियर दूषित पानी की समस्या को खत्म करने के लिए कवायद करेंगे। लेकिन इंजीनियर हाथ पर हाथ धरे बैठे रहे। जैसे ही हवामहल क्षेत्र से विधायक महेश जोशी मंत्री बने तुरंत जलदाय विभाग के इंजीनियर सक्रिय हो गए। उनके क्षेत्र के इन खास वार्डों में जर्जर लाइनें बदलने की योजना का मंत्री के सामने बखान कर दिया। जोशी ने मंत्री बनने के बाद इन वार्डों की इस परियोजना को मंजूरी दिलवाई।
यहां हाथों-हाथ मंजूरीमुख्य अभियंता शहरी सीएम चौहान की कार्यशैली से पूरा जलदाय विभाग वाफिक है। जयपुर शहर से पेयजल प्रबंधन के लिए अगर कोई प्रस्ताव उनके कार्यालय भेजा जाता है तो उस प्रस्ताव पर छह महीने तक तो वे हाथ ही नहीं लगाते। लेकिन मंत्री जोशी के इन तीन वार्डों की जर्जर लाइनें बदलने का प्रस्ताव चौहान के पास पहुंचा तो हाथों-हाथ इसकी प्रशासनिक व वित्तीय स्वीकृति भी जारी कर दी।
एक्सीईएन की कार्यशैली भी सवालों के घेरे मेंक्षेत्र के एक्सीईएन संजय शर्मा सबसे पहले देखते हैं कि क्षेत्र से पार्षद किस पार्टी का है। अगर मामला कांग्रेसी पार्षदों के वार्ड का नहीं है तो उसे वे तत्काल ठंडे बस्ते में डाल देते हैं।