इसलिए किया तबादला मनोरमा ने बताया कि एक हाथ-पैर से दिव्यांग होने और कुछ माह से बीमार होने पर पीएचक्यू स्थित सेंट्रल स्टोर के अधिकारी ने शाम साढ़े पांच बजे तक डाक बांटने के बाद घर जाने की छूट दे रखी थी। इसी माह उसे आईजी हेडक्वार्टर ने जल्दी जाने और अवकाश करने के संबंध में नोटिस दिया। अधिक जानकारी नहीं होने पर नोटिस मिलने के बाद आईजी से मिलने नहीं पहुंची। इसके बाद 9 मार्च को तबादला कर दिया गया।पति की जगह लगी थी नौकरी परमनोरमा के पति राधेश्याम शर्मा भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो में 22 वर्ष तक कनिष्ठ सहायक पद पर कार्य किया। सेवाकाल के दौरान उनकी बीमारी से मौत हो गई। पति की जगह उनकी दिव्यांग पत्नी मनोरमा की वर्ष 2003 में भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो में चतुर्थ श्रेणी नौकरी लगी थी। वर्ष 2014 में मनोरमा का तबादला पुलिस मुख्यालय के सेंट्रल स्टोर विंग में हो गया था, तभी से वह वहां पर डाक बांटने का काम कर रही थी।
बच्चे भी नहीं हैं मनोरमा के बच्चे भी नहीं है। उनके पास उनके भाई-भाभी का परिवार रहता है। दिव्यांग होने पर घर से ऑफिस आने जाने में भी काफी परेशानी है। ऑफिस समय पर पहुंच सके, इसके लिए अधिक रुपए खर्च कर ऑटो रिक्शा से दफ्तर जाती हैं।