गौरतलब हैं कि रीता बहुगुणा जोशी ने साल 2017 में यूपी विधान सभा चुनाव से ठीक पहले कांग्रेस पार्टी छोड़ भाजपा का दामन थाम लिया था। इसके बाद वो भाजपा के टिकट पर चुनाव जीती और उन्हें कैबिनेट मंत्री बनाया गया। इसके बाद 2019 के आम चुनाव में उन्हें इलाहाबाद से लोक सभा चुनाव में भी टिकट दिया गया था। रीता यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री दिवंगत हेमवती नंदन बहुगुणा की बेटी हैं वे यूपी कांग्रेस की अध्यक्ष और कांग्रेस की महिला विंग की अध्यक्ष रह चुकी है। उनके भाई विजय बहुगुणा भी उत्तराखंड के सीएम रह चुके है।