भारत में यह परीक्षण ऐसे दिन किया है जब पाकिस्तान ने भी सतह से सतह पर मार करने वाली बैलिस्टिक मिसाइल शाहीन-3 का परीक्षण किया। पाकिस्तान ने यह परीक्षण अरब सागर में किया। गौरतलब है कि शाहीन पाकिस्तान की सबसे ताकतवार मिसाइलों में से एक है।
आइए जानते हैं रॉकेट प्रणाली के बारे में
पिनाका एमके 1 रॉकेट प्रणाली की मारक क्षमता लगभग 45 किलोमीटर है। पिनाका-II की मारक क्षमता 60 किलोमीटर है। डीआरडीओ ने इसे पुणे की आयुध अनुसंधान एवं विकास प्रतिष्ठान (एआरडीई) व हाई एनर्जी मैटेरियल रिसर्च लेबोरेटरी (एचईएमआरएल) के साथ मिलकर डिजाइन किया है। इस तकनीक को भारतीय उद्योग क्षेत्र को हस्तांतरित कर दिया गया है।
डीआरडीओ ने पिनाका रॉकेट लॉन्चर प्रणाली की क्षमता को बढ़ाते हुए उन्नत संस्करण पिनाका-ईपीआरएस (विस्तारित रेंज) का सफल परीक्षण किया है। पिछले एक दशक से सेना में सेवा दे रही पिनाका का यह उन्नत संस्करण है। इस प्रणाली को नई टेक्नोलॉजी के साथ उभरती आवश्यकताओं को ध्यान में रखकर डिजाइन किया गया है। एडवांस नेवीगेशन और कंट्रोल सिस्टम से लैस पिनाका मिसाइल अब सेना में एक दशक से सेवा दे रहे पिनाका की जगह लेगा।
1 1980 के दशक में पिनाका को विकसित करना शुरू हुआ।
2 1990 के आखिर में पिनाका मार्क-1 का सफल परीक्षण हुआ।
3 पिनाका की बैटरी में छह राकेट लान्चिंग वाहन होते हैं।
4 पिनाका-II को एक गाइडेड मिसाइल की तरह है
5 पिनाका से नजदीक दुश्मन टारगेट को ध्वस्त किया जा सकता है।
6 यह छोटी रेंज की इन्फैंट्री, आर्टिलरी और हथियार युक्त वाहनों है निशाना