अधिकारियों के अनुसार रेलवे ट्रेन के संचालन के लिए प्रति सप्ताह 90 लाख रुपए हॉलेज चार्ज (ढुलाई शुल्क) लेगा। इस चार्ज को ठेकाफर्म को जमा कराना होगा। इसके बाद एक तय राशि आरटीडीसी प्रबंधन को भी देनी होगी।
ट्रेन संचालन से जुड़े एक अधिकारी के अनुसार अभी ट्रेन को कभी अजमेर तो कभी जयपुर स्टेशन पर खड़ा किया जा रहा है। संचालन से पहले इसकी दशा सुधारने में ही एक करोड़ रुपए से ज्यादा का खर्चा होना तय माना जा रहा है। ट्रेन देसी पर्यटकों की बुकिंग से संचालित होगी या फिर विदेशी पर्यटकों की बुकिंग से यह ठेका फर्म तय करेगी।
पैलेस आॅन व्हील्स विश्व की दूसरी सबसे लग्जरी ट्रेन में शुमार है। इसे दो बार विश्व स्तरीय अवार्ड भी मिल चुके हैं। इसलिए यह ट्रेन विदेशी पर्यटकों में सबसे ज्यादा लोकप्रिय है। अब कोरोना के चलते विदेशी पर्यटकों का आना बंद हुआ तो ट्रेन पूरी तरह से बेपटरी हो गई।