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हमारी गलती से गिरा विमान: ईरान

locationजयपुरPublished: Jan 12, 2020 01:39:12 am

Submitted by:

Vijayendra

-विवाद गहराया: सरकार ने स्वीकारी गलती, विदेशमंत्री ने किया ट्वीट
 

हमारी गलती से गिरा विमान: ईरान

हमारी गलती से गिरा विमान: ईरान

तेहरान . ईरान ने आखिरकार कबूल कर लिया कि उसकी सेना ने गलती से यूक्रेनी यात्री विमान बोइंग 737 को मार गिराया था। इस विमान में क्रू मेंबर समेत 176 लोग सवार थे जिनकी मौत हो गई थी। ईरान की सेना ने बयान जारी कर इसे मानवीय भूल करार दिया।
ईरान की सेना का कहना है कि विमान उनके सैन्य क्षेत्र की तरफ बढ़ रहा था, जिसकी वजह से गलती हुई। ईरान ने साथ ही यह भी कहा है यह गलती अमरीका के किए गए दुस्साहस पूर्ण के हमले के चलते हुई है। ईरान के विदेश मंत्री जवाद जरीफ ने ट्वीट किया, दु:खी करने वाला दिन। सेना की शुरुआती जांच में सामने आया है कि अमरीका के हमले के वक्त मानवीय भूल की वजह से हादसा हुआ। इस पर हम पछतावा और खेद व्यक्त करते हुए पीडि़तों के परिवारों से माफी मांगते हैं। शुरुआत में विमान हादसे का कारण ईरान ने तकनीकी खामी बताया था।
अमरीका, कनाडा, ऑस्ट्रेलिया और ब्रिटेन जैसे देश पहले से ही गलती से विमान को निशाना बनाए जाने की बात कर रहे थे। ईरान ने इराक में मौजूद अमरीकी एयरबेस को निशाना बनाने के लिए मिसाइलें दागी थीं। उसी दौरान यूक्रेन का विमान भी दुर्घटनाग्रस्त हो गया था।
-यूक्रेन ने मांगा मुआवजा
यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने शनिवार को अपनी फेसबुक पोस्ट विमान को मार गिराने के पीछे दोषी लोगों को सजा दें। लोगों के शवों को सौंपे और हर्जाना दे। उधर, कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने यूक्रेन के एक विमान को ईरान द्वारा गैरइरादतन निशाना बनाने के मामले में जिम्मेदारी तय करने की मांग की है। उन्होने इस मामले में उन परिवारों के लिए पारदर्शिता और न्याय की मांग की है कि जिन्होंने अपने प्यारों को खोया है और उनमें से कई लोगों के पास कनाडा की दोहरी नागरिकता थी।
-नहीं बख्शेंगे: रूहानी
ईरान के राष्ट्रपति हसन रूहानी ने कह मानवीय गलती से यूक्रेन के विमान को मिसाइल ने निशाना बनाया। इस त्रासदी और अक्षम्य गलती की जांच जारी रहेगी और जिम्मेदार लोगों के खिलाफ मुकदमा चलाया जाएगा।
-एक और कमांडर था निशाने पर
वाशिंगटन . अमरीकी ड्रोन हमले में ईरान के शीर्ष कमांडर जनरल कासिम सुलेमानी के मारे जाने के बाद दोनों देशों में तल्खी बनी हुई है। इस बीच पेंटागन के अधिकारियों ने बताया कि सुलेमानी पर ड्रोन हमले वाले दिन ही अमरीका ने यमन में ईरान के एक अन्य कमांडर अब्दुल रजा शहलाई को भी निशाना बना रखा था। उनके ड्रोनों को 3 जनवरी को दो टारगेट दिए गए थे, जिसमें से सुलेमानी को मारने में वे कामयाब रहे, मगर अब्दुल रजा अमरीकी ड्रोन की रेंज में न आने की वजह से बच निकला। यमन में क्वाड फोर्स का शीर्ष फाइनेंसर अब्दुल रजा पर अमरीकी सैनिकों और अमरीकी सहयोगियों को निशाना बनाने वाले हमलों में शामिल रहने का आरोप है। अमरीका ने रजा पर 106 करोड़ का इनाम घोषित कर रखा था।
-अब भी कुछ छिपा रहा है ईरान?
विशेषज्ञों का मानना है कि ईरान अभी-भी कुछ छिपा रहा है। विमान के रास्ते में कोई सैन्य बेस नहीं था। ईरानी मीडिया के मुताबिक, गंभीर हालातों के बीच (अमरीकी ड्रोन हमले) बोइंग फ्लाइट 752 सैन्य क्षेत्र की तरफ मुड़ा था। उसकी ऊंचाई और ऐंगल से उसे दुश्मन का विमान समझ लिया गया। वहीं मीडिया के अनुसार उपग्रह की तस्वीरों में विमान के रास्ते के आसपास सैन्य बेस नहीं है।

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