scriptतकनीक से हारेगा प्लास्टिक का दानव? | plastic | Patrika News

तकनीक से हारेगा प्लास्टिक का दानव?

locationजयपुरPublished: Sep 01, 2018 03:18:48 pm

Submitted by:

Kiran Kaur

पूरी दुनिया के लिए प्लास्टिक का निपटान एक बड़ी समस्या है क्योंकि यह पर्यावरण को काफी नुकसान पहुंचाती है।

plastic

तकनीक से हारेगा प्लास्टिक का दानव?

पूरी दुनिया के लिए प्लास्टिक का निपटान एक बड़ी समस्या है क्योंकि यह पर्यावरण को काफी नुकसान पहुंचाती है। समय-समय पर इस संबंध में कई तरह के नियम बनाकर इनके इस्तेमाल में कमी करने की कोशिश की जाती है। दुनिया के कुछ देशों ने जहां प्लास्टिक के स्ट्रॉ पर पूरी तरह से बैन लगा दिया है, वहीं कई देशों के शहरों में प्लास्टिक के बोतलबंद पानी पर भी प्रतिबंध लगाया है। इसके अलावा विश्व में रिसाइक्लिंग के उद्देश्य से प्लास्टिक की बोतलों को वस्तु विनिमय का साधन भी बनाया गया है। यह तरीका लोगों को इसलिए भी लुभा रहा है क्योंकि इससे पैसों की तो बचत हो ही रही है। साथ ही प्लास्टिक की इन बोतलों और इनके कचरे से भी उन्हें छुटकारा मिल रहा है।
प्लास्टिक की बोतल से मिलेगी टिकट
इंडोनेशिया में दुनिया की सबसे प्रदूषित नदी है, जिसके पानी में हमेशा प्लास्टिक की बोतलें ही तैरती रहती हैं। ऐसे में पर्यावरण को साफ-सुथरा बनाने और प्लास्टिक के खतरों के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए एक गार्बेज बैंक तैयार किया गया है। जहां पर प्लास्टिक का कचरा देने पर बदले में आपको पैसे मिलते हैं। इसी तरह सुराबाया के शहर में कोई भी व्यक्ति बस में सफर कर सकता है लेकिन टिकट लेने के बदले में उसे प्लास्टिक की तीन बोतलें देनी होंगी। इस गो ग्रीन प्रोजेक्ट का फायदा यह हो रहा है कि यहां के अमीर से अमीर और गरीब से गरीब शख्स भी जहां-तहां दिखने वाली प्लास्टिक की बोतलों को अपने बैग में जमा कर रहे हैं और बस के सफर के लिए टिकट खरीद रहे हैं। इससे हमेशा प्लास्टिक की बोतलों से भरी नजर आने वाली सड़कें साफ नजर आने लगी हैं।
यहां मिलता है वाउचर
आइसलैंड में इसी साल बोतल डिपोजिट स्कीम लॉन्च की गई है। जिसमें वेंडिंग मशीन में प्लास्टिक की बोतल को डालते ही आपको रिटर्न में शॉपिंग वॉउचर मिलता है। फिलहाल इसे फुलहेम नाम के एक स्टोर पर रखा गया है और छह महीनों तक इसका ट्रायल किया जाएगा। अगर यह मशीन सफल रही तो सरकार ऐसी और मशीनें पूरे देश में लगाएगी।
बोतल इन्सर्ट करते ही निकल आते हैं पैसे
व र्ष 2014 में चीन की राजधानी बीजिंग का एक इनीशिएटिव काफी लोकप्रिय हुआ। इस प्रयास में प्लास्टिक की रिसाइक्लिंग करने के मकसद से बीजिंग के 34 सब वे स्टेशनों पर वेंडिंग मशीन लगाई गई। इस वेंडिंग मशीन में जैसे ही कोई बोतल इन्सर्ट करता है, मशीन में लगे हुए सेंसर तुरंत प्लास्टिक की बोतल का भार व कंपोजिशन स्कैन कर लेते हैं और उसी अनुसार मुद्रा जारी कर देते है। इसके अलावा मशीन में यह ऑप्शन भी है कि बोतल की वैल्यू जितना अमाउंट यूजर के ट्रांसपोर्ट पास में जुड़ जाता है। साथ ही इस अमाउंट से उपभोक्ता अपने मोबाइल का रिचार्ज भी करा सकता है। जिस साल बीजिंग में यह प्रयास शुरू हुआ, उसी वर्ष इन मशीनों की मदद से 15 हजार टन बोतल इक_ा हो गईं। चीन जैसे अधिक जनसंख्या वाले देश में प्लास्टिक का निपटारा करना काफी जरूरी है क्योंकि पर्यावरण प्रदूषण को बढ़ावा देने वाले देशों में चीन प्रमुख है।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो