मंत्री चांदना ने कहा कि शुरू से ही खिलाड़ियों को प्रशिक्षण देने के लिए राज्य में एक स्पोर्ट्स स्कूल शुरू करने पर विचार किया जा रहा है। इसक करिकुलम भी खेलों के हिसाब से तैयार करवाया जाएगा। मंत्री ने सदन में यह भी कहा कि खिलाड़ियों के लिए स्पेशल बैचेज भी बनाए जाएंगे। खेल टैक्नीक को सुधारने के लिए जूनियर कैंप भी भविष्य में लगाए जाएंगे। जिसमें खिलाड़ियों को खेल टैक्नीक की जानकारी दी जाएगी ताकि वो बेहतर प्रदर्शन कर सकें। मंत्री चांदना ने आरएसएस की शाखाओं में बच्चों को लाठियां देने की बात कही, जिसका प्रतिपक्ष के सदस्यों ने विरोध किया। इस दौरान हो हल्ला भी मचा।
केन्द्र पर साधा निशाना
मंत्री चांदना ने केन्द्र सरकार को घेरते हुए कहा कि खेलो इंडिया कार्यक्रम का आयोेजन अच्छी बात है। लेकिन उन्होंने आंकड़े पेश करते हुए बताया कि राज्य में जब से कांग्रेस की सरकार बनी है तो वर्ष राशि बेहद कम कर दी गई है। उन्होेंने बताया कि 2017—18 में जहां 51 करोड़ 90 लाख की राशि दी गई, 2018—19 में जीरो राशि मिली और 2019—20 में सिर्फ 7 करोड़ 98 लाख रुपए ही मिले हैं। उन्होंने केन्द्र सरकार की मानसिकता का हवाला देते हुए यह बात कही।
कटारिया ने जताया विरोध
सदन में खेल गांव में एक निजी स्कूल को लेकर मंत्री ने जब जानकारी रखी तो तिथि को लेकर नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने विरोध जताया और कहा कि जानकारी गलत है। अगर वो गलत हुए तो सदन जो दंड देगा उन्हें स्वीकार होगा। मंत्री ने कहा था कि इस स्कूल को पूर्व सरकार के समय 2004—05 में जमीन दी गई थी, जबकि कटारिया ने कहा कि यह स्कूल 2019 में शुरू हुआ है।
ग्रामीण खिलाड़ियों को होगा फायदा
मंत्री अशोक चांदना ने बताया कि सरकार 7 से 70 फीसदी तक नए कोच लगाएगी वो, ब्लॉक स्तर पर भी अपनी सेवा देंगे। ऐसी कार्ययोजना बनाई जा रही है। इससे ग्रामीण खिलाड़ियों को लाभ मिल सकेगा। ज्वाइंट कमेटी बनाकर भी ज्वाइंट कार्यक्रम शुरू किए जाएंगे। मंत्री ने बताया कि खिलाड़ियों के लिए रिहेबलेशन सेंटर भी जल्द बनाया जाएगा। ताकि खिलाड़ी भविष्य में बेहतर प्रदर्शन कर सकें। अपकमिंग खिलाड़ियों के लिए इंटरेक्शन प्रोग्राम जल्द शुरू करने की बात उन्होंने कही। खेल नीति पर मंत्री ने कहा कि खेल नीति में कुछ संशोधन होने हैं, जल्द ही ये संशोधन करके, नई खेल नीति लाई जाएगी। उन्होंने