दरअसल, पीएम किसान सम्मान निधि योजना को किसानों से जुड़ी अब तक की सबसे बड़ी योजना माना जाता है। इस योजना में किसानों को हर साल छह हजार रुपए की राशि उनके खातों में ट्रांसर्फर करने का प्रावधान है। यह राशि दो दो हजार रुपए की तीन किश्तों में जारी की जाती है। योजना के तहत 7 करोड़ 65 लाख से ज्यादा किसानों को लाभ मिल चुका है। इतना ही नहीं, इस योजना का लाभ लेने में कांग्रेस शासित राज्य भी पीछे नहीं हैं। बल्कि इन राज्यों के किसान भी अच्छी संख्या में इस योजना से जुड़ गए हैं। कांग्रेस शासित राज्यों की बात करें तो पंजाब, राजस्थान, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ के किसान अच्छी संख्या में पीएम किसान सम्मान निधि योजना से जुड़े हुए हैं।
14 करोड़ किसानों को लाभ का अनुमान
आपको बता दें कि पीएम-किसान सम्मान निधि स्कीम (Pradhan Mantri Kisan Samman Nidhi Scheme) का शुरू करते समय इस योजना का लाभ देश के करीब 14 करोड़ किसानों को मिलने का अनुमान लगाया गया था लेकिन अभी तक करीब 7 करोड़ लोग किसान इस योजना के लाभ से वंचित चल रहे हैं। जबकि इस योजना को शुरू हुई कई महीने हो चुके हैं। आपको बता दें कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इस योजना की शुरुआत यूपी के गोरखपुर से की थी। योजना के शुरू होने के बाद केन्द्र सरकार ने यह व्यवस्था भी की है कि योजना का लाभ लेने के लिए किसान पूरी तरह से स्वतंत्र हैं। उन्हें राज्य सरकारों पर निर्भर रहने की जरूरत नहीं है।
खुद भी कर सकते हैं पंजीयन
कोई किसान अगर इस योजना से जुड़ना चाहता है तो वो खुद किसान पोर्टल पर जाकर अपना पंजीयन करवा सकता है। इस स्कीम के तहत साल भर में 87 हजार करोड़ रुपए किसानों के बैंक खातों में ट्रांसर्फर किए जाने थे लेकिन अब तक करीब 30 हजार करोड़ रुपए ही योजना पर खर्च हुए हैं। तीसरी किश्त सिर्फ 3.74 करोड़ लोगों को ही मिल सकी है। आधार आधारित सत्यापन नहीं हो पाने के चलते कई राज्यों में किसानों को योजना के तहत सम्मान निधि जारी नहीं हो पा रही है।