कई राज्यों में आधार कार्ड में हुई त्रुटि की वजह से ही किसानों को दिए जाने वाले किसान सम्मान निधि का फंड रुका हुआ है। कई स्थानों पर प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के तहत पंजीयन करवाने वाले किसानों का डाटा अपडेट का काम पूरा नहीं होने की वजह से भी इनकी किश्त रूकी हुई है। मिली जानकारी के मुताबिक जब तक किसान जानकारी अपडेट नहीं करवाएंगे, उन्हें किश्त जारी नहीं की जाएंगी। किसान नजदीकी कॉमन सर्विस सेंटर, ईमित्र केन्द्र पर जाकर जानकारी अपडेट करवा सकते हैं।
राजस्थान में प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि स्कीम में किसानों के आवेदन आधार से मिलान करने पर काफी किसानों की तीसरी किश्त रोक दी गई है। ऐसे किसानों की संख्या 12 लाख से ज्यादा है, जिनके आवेदन में दी गई जानकारी आधार में दी गई जानकारी से मेल नहीं खा रही है। ऐसे किसानों को केन्द्र सरकार की इस योजना का लाभ तभी मिल पाएगा, जबकि वो जानकारी दुरुस्त करवाएंगे। ऐसे किसान पीएम किसान पोर्टल पर जाकर अपनी जानकारी को अपडेट कर सकते हैं।
ये है पूरी योजना
प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना को लोकसभा चुनाव से पहले लॉंच किया था। इस योजना के तहत किसान को साल में छह हजार रुपए आर्थिक सहायता दी जा रही है। किसानों को यह सहायता साल में दो दो हजार रुपए की तीन किश्तों के जरिए दी जा रही है। हालांकि अब केन्द्र स्तर पर किसान की ओर से दिए गए आवेदन की जानकारी का मिलान आधार में दी गई जानकारी से करने के बाद ही राशि जारी की जा रही है। इसके पीछे वजह है कि इस योजना का लाभ वास्तविक रूप से किसान को ही मिल सके। साथ ही गलत तरीके से कोई इस योजना का लाभ नहीं ले पाए।
अब बढ़ गया है दायरा
चुनाव से पहले यह योजना सिर्फ लघु और सीमांत श्रेणी के किसानों के लिए थी। लेकिन चुनाव के बाद योजना का दायरा बढ़ाते हुए इसमें बड़े किसानों को भी शामिल कर लिया गया। राजस्थान से इस योजना के लिए 67.69 लाख लोगों ने ऑनलाइन आवेदन किया है। इसमें से राज्य सरकार ने 62 लाख आवेदन स्वीकार किए हैं। इनमें से अभी तक करीब 59.81 लाख आवेदन पोर्टल पर अपलोड कर दिए हैं। राजस्थान में वर्तमान में करीब 12 लाख किसान ऐसे हैं, जिनकी किस्त सत्यापन के अभाव में रोकी गई है। पोर्टल पर आधार और आवेदन में दिए गए मोबाइल नम्बर के माध्यम से भी किसान पीएम किसान पोर्टल पर जाकर अपनी स्थिति पता सकता है।