-20 फरवरी से कर सकेंगे सफर
आईआरसीटीसी की वेबसाइट से इस ट्रेन के लिए बुकिंग शुरू हो गई है। यात्री आगामी 20 फरवरी से सफर कर सकेंगे। इस ट्रेन का परिचालन सप्ताह में तीन दिन किया जाएगा। दो दिन इसे सुल्तानपुर-लखनऊ के रास्ते चलाया जाएगा। जबकि एक दिन इसे प्रयागराज यानी इलाहाबाद के रास्ते चलाया जाएगा। परिचालन शुरू होने के बाद यह ट्रेन हर मंगलवार और गुरुवार को दोपहर 2 बजकर 45 मिनट पर वाराणसी से रवाना होगी और अगले दिन सुबह 9 बजकर 40 मिनट पर इंदौर पहुंचेगी।
आईआरसीटीसी की वेबसाइट से इस ट्रेन के लिए बुकिंग शुरू हो गई है। यात्री आगामी 20 फरवरी से सफर कर सकेंगे। इस ट्रेन का परिचालन सप्ताह में तीन दिन किया जाएगा। दो दिन इसे सुल्तानपुर-लखनऊ के रास्ते चलाया जाएगा। जबकि एक दिन इसे प्रयागराज यानी इलाहाबाद के रास्ते चलाया जाएगा। परिचालन शुरू होने के बाद यह ट्रेन हर मंगलवार और गुरुवार को दोपहर 2 बजकर 45 मिनट पर वाराणसी से रवाना होगी और अगले दिन सुबह 9 बजकर 40 मिनट पर इंदौर पहुंचेगी।
इसी तरह, यह ट्रेन हर बुधवार और शुक्रवार को सुबह 10 बजकर 55 मिनट पर इंदौर से रवाना होगी और अगले दिन सुबह 6 बजे वाराणसी पहुंचेगी। यह ट्रेन दोनों तरफ से उज्जैन, संत हिरदाराम नगर, बीना, झांसी, कानपुर, लखनऊ और सुल्तानपुर स्टेशनों पर रूकेगी। बतादें कि काशी महाकाल एक्सप्रेस को सप्ताह में एक दिन प्रयागराज के रास्ते चलाया जाएगा। ट्रेन हर रविवार को वाराणसी से दोपहर 3 बजकर 15 मिनट पर रवाना होगी और अगले दिन सुबह 9 बजकर 40 मिनट पर इंदौर पहुंचेगी। वहीं, यह ट्रेन हर सोमवार को सुबह 10 बजकर 55 मिनट पर इंदौर से चलेगी और अगले दिन सुबह 5 बजे वाराणसी पहुंचेगी। इस दौरान यह ट्रेन उज्जैन, संत हिरदाराम नगर, बीना, झांसी, कानपुर और प्रयागराज स्टेशनों पर रूकेगी। आईआरसीटीसी की वेबसाइट के मुताबिक, वाराणसी से इंदौर के बीच एक व्यक्ति का किराया 1951 रुपए है।